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गांगुली को मुझसे क्या दिक्कत उससे पूछो मुझसे नहीं: शास्त्री

टीम इंडिया के हे़ड कोच का चुनाव पिछले हफ्ते ही हो चुका है लेकिन लगता है, पूर्व क्रिकेटर और टीम डायरेक्टर रह चुके रवि शास्त्री अभी भी इस फैसले से खुश नहीं है। इसके अलावा शास्त्री और एडवाइजरी कमिटी के...

गांगुली को मुझसे क्या दिक्कत उससे पूछो मुझसे नहीं: शास्त्री
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 28 Jun 2016 11:53 AM
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टीम इंडिया के हे़ड कोच का चुनाव पिछले हफ्ते ही हो चुका है लेकिन लगता है, पूर्व क्रिकेटर और टीम डायरेक्टर रह चुके रवि शास्त्री अभी भी इस फैसले से खुश नहीं है। इसके अलावा शास्त्री और एडवाइजरी कमिटी के सदस्य और पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के बीच खटपट की खबरें भी चर्चा का मुद्दा बनी हुई है।

एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में शास्त्री ने कहा कि गांगुली को मुझसे क्या दिक्कत है इसका जवाब वहीं दे सकता है। टीम इंडिया के हेड कोच के लिए पूर्व टेस्ट कप्तान अनिल कुंबले और शास्त्री के बीच करीबी मुकाबला माना जा रहा था। लेकिन शास्त्री की जगह कुंबले को टीम इंडिया का नया कोच चुना गया।

'एक दिन था निराश फिर...'
रवि शास्त्री ने कहा, 'कोच ना बनने पर मैं एक दिन निराश था। लेकिन उसके बाद मैं इससे आगे बढ़ चुका हूं। यह सब पिछले हफ्ते हो चुका है। मुझे एक्सटेंशन देना या नहीं देना बीसीसीआई के हाथ में है, यह मेरा सिरदर्द नहीं है।'

'कुंबले के सिलेक्शन को लेकर मैं जवाबदेह नहीं...'
शास्त्री से जब पूछा गया कि क्या कुंबले का चयन पहले से तय था तो उन्होंने इसका जवाब दिया, 'मैं इसके लिए जवाबदेह नहीं हूं। मेरा काम था टीम तैयार करना। मैंने अपनी योग्यता से ऐसा किया। अब टीम इंडिया क्रिकेट के तीनों फॉरमैट में टॉप दो टीमों में शुमार है।'

'मेरा काम था इंटरव्यू देना...'
शास्त्री से जब पूछा गया कि क्या इंटरव्यू प्रोसेस ट्रांसपैरेंट था तो उनका जवाब था, 'मेरा काम इंटरव्यू देना था, जो मैंने दिया। अंदर क्या कुछ हुआ वह मेरा काम नहीं है। 18 महीने टीम के साथ मेरा काम सपने जैसा रहा। आने वाले तीन सालों में और भी बहुत कुछ पाने की राह में आगे बढ़ेंगे। मुझे खुशी है कि मेरे कार्यकाल में टीम ने काफी कुछ हासिल किया। टेस्ट में नंबर वन बनने से लेकर वनडे और टी-20 में हमने अच्छा प्रदर्शन किया। हमें गेंदबाजी पर फोकस करना होगा और अनिल कुंबले की मौजूदगी में इस दिशा में कदम बढ़ेगा। मेरा कार्यकाल शानदार रहा और मुझे किसी चीज का दुख नहीं है।

'गांगुली से पूछो क्या दिक्कत है...'
रवि शास्त्री के इंटरव्यू के दौरान एडवाइजरी कमिटी में शामिल पूर्व कप्तान सौरव गांगुली मौजूद नहीं थे। जब शास्त्री से पूछा गया कि क्या गांगुली के साथ उनकी कोई खटपट चल रही है तो उन्होंने जवाब दिया, 'मैं बस इतना कह सकता हूं कि गांगुली वहां नहीं था जब मेरा इंटरव्यू हुआ। आपको गांगुली से पूछना चाहिए कि उसे मुझसे क्या दिक्कत है ना कि मुझसे।'

अपनी प्रेजेंटेशन के बारे में शास्त्री ने कहा, 'मैं कोई सीईओ पद के लिए इंटरव्यू नहीं दे रहा था। सचिन तेंदुलकर, संजय जगदले और वीवीएस लक्ष्मण के साथ मेरी अच्छी चर्चा हुई। हमने भारतीय क्रिकेट के फ्यूचर के बारे में बात की। मेरे कार्यकाल में जो अच्छी चीजें हुई उस पर हमने चर्चा की। एशिया पिचों से बाहर हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा। हम आज टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ इस वजह से नंबर-1 नहीं हैं क्योंकि हमने पिछले छह महीनों में टेस्ट मैच नहीं खेला है।'

'हमेशा रहूंगा मदद के लिए हाजिर'
टीम इंडिया की मदद को लेकर पूछे गए सवाल पर शास्त्री ने कहा, 'मैं हमेशा टीम इंडिया की मदद के लिए मौजूद रहूंगा। लेकिन फिलहाल मुझे क्रिकेट से कुछ समय के लिए ब्रेक चाहिए।'

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