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IND vs SA: राजकोट वनडे में भारत की शर्मनाक हार

क्विंटन डि काक के शतक के बाद मोर्ने मोर्कल की तूफानी गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां भारत को 18 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त...

IND vs SA: राजकोट वनडे में भारत की शर्मनाक हार
एजेंसीSun, 18 Oct 2015 09:53 PM
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क्विंटन डि काक के शतक के बाद मोर्ने मोर्कल की तूफानी गेंदबाजी से दक्षिण अफ्रीका ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां भारत को 18 रन से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-1 की बढ़त बना ली।

बायें हाथ के बल्लेबाज डि काक ने 103 रन की पारी खेलने के अलावा फाफ डु प्लेसिस (60) के साथ तीसरे विकेट के लिए 118 रन भी जोड़े जिससे दक्षिण अफ्रीका ने सात विकेट पर 270 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।

इसके जवाब में मोर्कल (39 रन पर चार विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने भारत कोहली (77), रोहित शर्मा (65) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (47) की उम्दा पारियों के बावजूद छह विकेट पर 252 रन ही बना सका। कोहली ने रोहित के साथ दूसरे विकेट के लिए 72 और धोनी के साथ तीसरे विकेट के लिए 80 रन की साझेदारी भी की लेकिन टीम को जीत नहीं दिला सके। श्रृंखला का चौथा मैच चेन्नई में 22 अक्तूबर को खेला जाएगा।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत को रोहित और शिखर धवन (13) ने सतर्क शुरूआत दिलाई। इन दोनों को हालांकि पारी के आठवें और जेपी डुमिनी (46 रन पर एक विकेट) के पहले ओवर में जीवनदान मिला। बैकवर्ड स्क्वायर लेग पर मोर्कल ने रोहित का बेहद आसान कैच टपकाया जबकि डि काक विकेट के पीछे धवन का मुश्किल कैच नहीं लपक पाए।

धवन इस जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाए और मोर्कल की गेंद पर डिविलियर्स को कैच दे बैठे जिससे रोहित के साथ उनकी 41 रन की साझेदारी का अंत हुआ।

कोहली इसके बाद अपने पसंदीदा तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे और उन्होंने रोहित का अच्छा साथ निभाया। रोहित ने डेल स्टेन पर मिड आफ के उपर से छक्का मारा जबकि कोहली ने डुमिनी पर दो चौके मारे।

रोहित ने लेग स्पिनर इमरान ताहिर (51 रन पर एक विकेट) पर छक्के के साथ 65 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने कागिसो रबादा की गेंद पर एक रन के साथ 22वें ओवर में भारत के रनों का सैकड़ा पूरा किया।

एबी डिविलियर्स ने इसके बाद डुमिनी को गेंदबाजी में वापसी कराई जिन्होंने अपनी पहली ही गेंद पर रोहित को लपककर उनकी पारी का अंत किया। रोहित ने 74 गेंद का सामना करते हुए सात चौके और दो छक्के मारे।

इंदौर में पिछले मैच में नाबाद 92 रन की पारी खेलकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले धोनी एक बार फिर अच्छी लय में दिखे। उन्होंने स्टेन पर दो चौके मारे जो आज अच्छी लाइन और लेंथ हासिल करने के लिए जूझते दिखे।

बीच में दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने रन गति पर कुछ अंकुश लगाया। इस बीच कोहली ने ताहिर पर एक रन के साथ 64 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।

भारत को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 86 रन की दरकार थी। धोनी ने मोर्कल पर चौका जड़ा लेकिन उछाल लेती अगली गेंद पर शार्ट थर्ड मैन पर स्टेन को आसान कैच दे बैठे। उन्होंने 61 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके मारे।

सुरेश रैना भी ताहिर की गेंद पर गैरजिम्मेदाराना शाट खेलकर लांग आफ पर डेविड मिलर को आसान कैच देकर खाता खोले बिना पवेलियन लौट गए।

मोर्कल ने इसके बाद 46वें ओवर में कोहली और अजिंक्य रहाणे (04) को लगातार गेंदों पर पवेलियन भेजकर भारत की जीत की रही सही उम्मीद भी तोड़ दी। कोहली ने 99 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके जड़े।

इससे पहले विकेटकीपर बल्लेबाज डि काक ने 118 गेंद की अपनी पारी में 11 चौके और एक छक्का लगाया। उन्हांेने 50वां मैच खेलते हुए नौवां शतक जड़ा जबकि भारत के खिलाफ सात मैचों में यह उनका चौथा शतक है। डु प्लेसिस ने 63 गेंद की अपनी पारी में छह चौके मारे।

दक्षिण अफ्रीका की टीम एक समय बड़े स्कोर की ओर बढ़ रही थी लेकिन स्लाग ओवरों से ठीक पहले लगातार तीन ओवर में डि काक सहित तीन विकेट गंवाने से रन गति में विराम लगा। टीम अंतिम 10 ओवर में सिर्फ 60 रन जोड़ सकी। फरहान बेहरदीन (36 गेंद में नाबाद 33) ने अंत में उपयोगी पारी खेलकर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया।

टास जीतकर बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने डेविड मिलर (33) को पारी का आगाज करने भेजा जिन्होंने डि काक के साथ 72 रन जोड़कर टीम को अच्छी शुरूआत दिलाई। दोनों सलामी बल्लेबाजों ने स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की। डि काक ने भुवनेश्वर कुमार पर छक्का भी जड़ा। दोनों ने नौवें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया।

आफ स्पिनर हरभजन सिंह (41 रन पर एक विकेट) के गेंदबाजी की कमान संभालने के बाद रन गति में कुछ गिरावट आई। उन्होंने अपने पहले स्पैल में आठ ओवर में 31 रन देकर एक विकेट चटकाया। लेग स्पिनर अमित मिश्रा (10 ओवर में 38 रन पर एक विकेट) ने भी दूसरे छोर से प्रभावी गेंदबाजी की।

हरभजन ने मिलर को शुरू से परेशान किया और अंत में बायें हाथ का यह बल्लेबाज इस आफ स्पिनर की गेंद पर अजिंक्य रहाणे को कैच देकर पवेलियन लौट गया।

दक्षिण अफ्रीका ने इसके बाद 87 रन के स्कोर पर हशिम अमला (05) का विकेट भी गंवा दिया जो मिश्रा की लेग ब्रेक को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें स्टंप कर दिया।

पिछले दो मैचों में दो अर्धशतक जड़ने वाले डु प्लेसिस इसके बाद मैदान पर उतरे जिन्हें तीन जीवनदान मिले जिसमें से एक तीसरे अंपायर सीके नंदन ने दिया। डु प्लेसिस 17 रन के निजी स्कोर पर मोहित शर्मा की गेंद पर डीप में कैच दे बैठे लेकिन तीसरे अंपायर ने संदेह का लाभ बल्लेबाज को देते हुए इसे नोबाल करार दिया।

तीन रन बाद अक्षर पटेल की गेंद पर सुरेश रैना ने भी डु प्लेसिस का कैच टपकाया जबकि बायें हाथ के इसी स्पिनर की गेंद पर 37वें ओवर में धवन ने उनका कैच छोड़ा। यह बल्लेबाज हालांकि इससे पहले ही अपना लगातार तीसरा अर्धशतक पूरा कर चुका था।

डिकाक ने 39वें ओवर में मोहित (62 रन पर दो विकेट) पर चौके के साथ 114 गेंद में भारत के खिलाफ सात मैचों में अपना चौथा शतक पूरा किया। इसी ओवर में हालांकि डु प्लेसिस गेंद को स्कूप करने की कोशिश में भुवनेश्वर को कैच दे बैठे जबकि अगले ओवर की अंतिम गेंद पर डिकाक रन आउट हो गए। अक्षर (51 रन पर एक विकेट) ने इसके बाद 41वें ओवर की पहली गेंद पर एबी डिविलियर्स (04) को पगबाधा आउट किया जिससे मेहमान टीम ने नौ गेंद के भीतर तीन विकेट गंवाए। दक्षिण अफ्रीका ने बेहरदीन और डेल स्टेन (नौ गेंद में 12 रन) की पारियों की बदौलत अंतिम 10 ओवर में 60 रन जोड़े।

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