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Hindi Newsघरेलू मैदान पर जीत के साथ आगाज करने उतरेगी मुंबई

घरेलू मैदान पर जीत के साथ आगाज करने उतरेगी मुंबई

गत चैंपियन होने के बावजूद इंडियन प्रीमियर लीग में एक अदद जीत को तरस रही मुंबई इंडियन्स की टीम शनिवार को टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम किंग्स इलेवन पंजाब के सामने अपने घरेलू मैदान पर हर हाल में खाता...

घरेलू मैदान पर जीत के साथ आगाज करने उतरेगी मुंबई
एजेंसीFri, 02 May 2014 04:51 PM
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गत चैंपियन होने के बावजूद इंडियन प्रीमियर लीग में एक अदद जीत को तरस रही मुंबई इंडियन्स की टीम शनिवार को टूर्नामेंट की सबसे मजबूत टीम किंग्स इलेवन पंजाब के सामने अपने घरेलू मैदान पर हर हाल में खाता खोलने के इरादे से उतरेगी।
        
रोहित शर्मा की कप्तानी में मुंबई की टीम ने जहां आईपीएल-6 का खिताब जीता था तो वहीं आईपीएल सात में उसे अब तक एक भी जीत हासिल नहीं हुई है और वह पिछले पांचों मैच हारकर अंकतालिका में सबसे आखिरी पायदान पर है जबकि पंजाब ने अपेक्षा से हटकर प्रदर्शन किया है और वह सभी पांच मैच जीतकर सर्वाधिक 10 अंकों के साथ शीर्ष पर है।
        
यूएई की जमीन पर आईपीएल सात के शुरुआती चरण के बाद स्वदेश लौटे टूर्नामेंट में मुंबई अपने घरेलू मैदान पर हर हाल में बेहतर प्रदर्शन के साथ जीत दर्ज कर भरोसा लौटाने उतरेगी। मुंबई की टीम में दुनिया के दिग्गज क्रिकेटर सलाहकार से लेकर कोच की भूमिका में है तो उसके पास विश्वस्तरीय खिलाड़ियों की भी कोई कमी नहीं है।   
          
हालांकि विशेषज्ञों की मानें तो मुंबई की टीम में रिकी पोंटिंग, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, जॉन राइट और जॉन्टी रोड्स जैसे दिग्गजों की एक साथ मौजूदगी उसके लिए भारी पड़ रही है जबकि पंजाब एक अकेली आईपीएल की टीम है जिसके पास संजय बांगड़ के रूप में एकमात्र भारतीय कोच हैं। पंजाब के प्रदर्शन से साफ है कि वह सभी पर भारी पड़ रहे हैं और उन्होने अपने मार्गदर्शन में टीम को शीर्ष पर पहुंचा दिया है।

मुंबई के पास इस बार सबसे बड़ा फायदा घरेलू वानखेडे स्टेडियम में घरेलू दर्शकों के सामने खेलना होगा। उम्मीद की जा सकती है कि विदेशी जमीन पर लगातार हार का क्रम जो नहीं टूटा है वह वानखेडे पर आकर जीत में तब्दील हो जाये। मुंबई ने अपना आखिरी मैच सनराइजर्स हैदराबाद से गंवाया था और ओपनर बेन डंक, कप्तान रोहित शर्मा, कोरी एंडरसन, आदित्य तारे किसी का भी प्रदर्शन संतोषजनक नहीं था।
        
लेकिन राहत की बात है कि कीरोन पोलार्ड फॉर्म में लौटे हैं और उन्होंने 78 रनों की अच्छी पारी खेली। इसके अलावा अंबाती रायुडू ने भी 35 रन जोड़कर कुछ योगदान दिया। लेकिन इसके अलावा टीम का अन्य कोई बल्लेबाज रन नहीं बना सका जबकि टीम के पास मजबूत बल्लेबाजी क्रम है।  
          
युवा बल्लेबाज रोहित के लिए टीम के अहम खिलाड़ियों की क्षमताओं का ठीक तरह से उपयोग करना और साथ ही खुद भी टीम की जीत में सहयोग देना इस समय सबसे बड़ी चुनौती है। खासतौर पर जब मुंबई को अपना अगला मैच पंजाब के खिलाफ खेलना है जो इस समय जबरदस्त फॉर्म में है।
          
पंजाब के मुख्य बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल जहां पिछले संस्करण में मुंबई का हिस्सा रहने के बाद भी कुछ करने का मौका नहीं पा सके थे वहीं अब वह टूर्नामेंट के सबसे बड़े सितारे बनकर उभरे हैं। मैकसवेल ने पांच मैचों में 60 के औसत और 201.34 के स्ट्राइक रेट से 300 रन बनाए हैं। 

लेकिन देखना होगा कि यूएई में चमके ग्लेन भारतीय जमीन परभी अपनी चमक बरकरार रख पाते हैं या नहीं। अपने मजबूत बल्लेबाजों के लिए वाहवाही बटोर रही पंजाब के मैक्सवेल के अलावा डेविड मिलर और मिशेल जॉनसन तथा काफी हद तक रिषी धवन ने भी अपने प्रदर्शन से प्रभावित किया है।
          
वानखेडे की पिच काफी हद तक बल्लेबाजों के लिए मददगार साबित होती है। पंजाब के पास ओपनिंग में वीरेंद्र सहवाग और चेतेश्वर पुजारा की जोड़ी मौजूद है जबकि कप्तान जॉर्ज बैली को एक बार फिर मैक्सवेल और मिलर की जोड़ी से खास उम्मीदें होंगी।
         
पंजाब की टीम काफी स्थिर है और शायद ही टीम में बिना वजह बदलाव किये जायेंगे। टीम ने पिछले पांचों मैंचों में बड़े से लेकर छोटे लक्ष्य का भी पीछा किया है और मैक्सवेल और मिलर के फेल होने के बावजूद मैच जीते हैं। टीम के पास संदीप शर्मा जैसा गेंदबाज है जिसने गेंद से सभी को प्रभावित किया है। इसके अलावा उसके पास अक्षर पटेल, परविंदर अवाना, लक्ष्मीपति बालाजी और धवन भी हैं।
        
दूसरी ओर सितारों से सजी मुंबई को फिलहाल हर विभाग में बदलाव करने की जरूरत है। हैदराबाद के खिलाफ मैच में भी उसने टीम में कई बदलाव किये थे और माइकल हसी की जगह डंक को उतारा गया। हालांकि इससे उसे कोई फायदा नहीं मिला जबकि गेंदबाजी विभाग में लसित मलिंगा ने पांच मैचों में आठ विकेट लिए हैं और उनका प्रदर्शन लगातार अच्छा रहा है जबकि प्रज्ञान ओझा का फॉर्म चिंता का विषय है। लेकिन जहीर खान, हरभजन और मलिंगा से पंजाब को रोकने की उम्मीद की जा सकती है।

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