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बैलेंस के शतक के बाद भुवी ने भारत को मैच में लौटाया

पेसर भुवनेश्वर कुमार के चार विकेट की मदद से भारत ने गैरी बैलेंस की जुझारू शतकीय पारी के बावजूद इंग्लैंड के छह विकेट 219 रन पर निकालकर दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन अपना पलड़ा मजबूत कर लिया...

बैलेंस के शतक के बाद भुवी ने भारत को मैच में लौटाया
एजेंसीSat, 19 Jul 2014 08:30 AM
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पेसर भुवनेश्वर कुमार के चार विकेट की मदद से भारत ने गैरी बैलेंस की जुझारू शतकीय पारी के बावजूद इंग्लैंड के छह विकेट 219 रन पर निकालकर दूसरे क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन अपना पलड़ा मजबूत कर लिया है।

भारत के पहली पारी के 295 रन के जवाब में इंग्लैंड ने दूसरे दिन आज छह विकेट पर 219 रन बनाए यानी अभी भी वह 76 रन पीछे है। उसके चार विकेट 113 रन पर ही गिर गए थे लेकिन बाद में बैलेंस (110) और मोईन अली (32) ने 98 रन की साझेदारी करके टीम को संकट से निकाला। बैलेंस ने अपनी 203 गेंद की पारी में 15 चौके लगाए।

बैलेंस की खतरनाक होती जा रही पारी का अंत भारतीय गेंदबाजी की धार रहे भुवनेश्वर ने 83वें ओवर में किया। लेग स्टम्प के बाहर पड़ती गेंद पर उन्होंने बल्ला अड़ाया और विकेट के पीछे कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने कैच लपक लिया। इसके साथ ही इंग्लैंड की पहली पारी में बढत लेने की उम्मीदों पर भी तुषारापात होता नजर आने लगा।
 
दूसरे दिन का खेल समाप्त होने पर मैट प्रायर दो और लियाम प्लंकेट चार रन बनाकर खेल रहे थे। भारत के लिए भुवनेश्वर ने 23 ओवर में 46 रन देकर चार विकेट लिए जबकि रविंद्र जडेजा और मुरली विजय को एक एक विकेट मिला। ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी ने अनुशासित गेंदबाजी की लेकिन उन्हें विकेट नहीं मिल सका।
 
भारत ने चाय तक इंग्लैंड के चार विकेट 125 रन पर चटकाकर दबाव बना दिया था। बैलेंस और अली की भारतीय गेंदबाजों पर दबाव बनाने की कोशिशें नाकाम रही। गेंद पुरानी होने पर धौनी ने जडेजा और विजय का बखूबी इस्तेमाल भी किया। बैलेंस ने लार्ड्स पर अपना दूसरा शतक 186 गेंद में 14 चौकों की मदद से पूरा किया। उन्होंने तीन मैच पहले ही इस मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ पहला शतक जड़ा था। बैलेंस को भारत ने एक जीवनदान दिया था जब 40वें ओवर में स्टुअर्ट बिन्नी की गेंद पर विकेट के पीछे कप्तान महेंद्र सिंह धौनी उनका कैच नहीं लपक सके और गेंद उनके तथा पहली स्लिप में खड़े शिखर धवन के बीच से निकल गई। उस समय वह 32 रन पर थे और 52वें ओवर में उन्होंने अर्धशतक पूरा कर लिया था।
 
अली को विजय ने पगबाधा आउट करके अपना पहला टेस्ट विकेट लिया। प्लंकेट को नाइट वाचमैन के रूप में भेजा गया लेकिन 83वें ओवर में भुवनेश्वर ने बैलेंस को आउट करके मैच का पासा पलट दिया। इससे पहले भुवनेश्वर ने दूसरे सत्र में इयान बेल को आउट किया। बेल और बैलेंस ने लंच से पहले 20 और लंच के बाद 19 रन की साझेदारी की। बेल उनकी एक शार्ट गेंद पर रविंद्र जडेजा को कैच देकर लौटे।

उनके बाद पहले टेस्ट में शतक जमाने वाले जो रूट मैदान पर उतरे। उन्हें आउट करने का जिम्मा ईशांत शर्मा और मोहम्मद शमी को सौंपा गया लेकिन उन्हें भुवनेश्वर की तरह सफलता नहीं मिली। दोनों ने हालांकि अनुशासित गेंदबाजी करके दबाव बनाए रखा। जडेजा ने रूट को पगबाधा आउट किया जो 50 गेंद में 13 रन ही बना सके।
 
सुबह के सत्र में कुमार ने एलेस्टेयर कुक (10) को आउट किया जिनका कैच विकेट के पीछे धौनी ने लपका। भुवनेश्वर ने चार ओवर बाद दूसरा झटका देकर सलामी बल्लेबाज सैम राबसन (17) को उसी अंदाज में पवेलियन भेजा। राबसन 10वें ओवर में शमी की गेंद पर तीसरी स्लिप में अजिंक्य रहाणे द्वारा दिये गए जीवनदान का फायदा नहीं उठा सके। उस समय वह आठ रन पर खेल रहे थे।

सुबह शर्मा (नाबाद 12) और शमी (19) कल के स्कोर में सिर्फ पांच रन जोड़ सके। भारतीय बल्लेबाजों ने दस गेंद और खेली। भारतीय पारी का अंत शमी के विकेट के साथ हुआ जिनका कैच बेन स्टोक्स की गेंद पर पहली स्लिप में कुक ने लपका। कुक का टेस्ट क्रिकेट में यह 100वां कैच था।

 

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