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T-20 WC: बांग्लादेश पर जीत से ही बनेगी भारत की बात, मुकाबला शाम 7.30 बजे से

आईसीसी वर्ल्ड कप ट्वेंटी-20 में जीत की पटरी पर लौट चुकी भारतीय टीम को अपनी उम्मीदों को मजबूती से बनाए रखने के लिए बुधवार को बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ अपने अगले ग्रुप...

T-20 WC: बांग्लादेश पर जीत से ही बनेगी भारत की बात, मुकाबला शाम 7.30 बजे से
एजेंसीWed, 23 Mar 2016 06:12 PM
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आईसीसी वर्ल्ड कप ट्वेंटी-20 में जीत की पटरी पर लौट चुकी भारतीय टीम को अपनी उम्मीदों को मजबूती से बनाए रखने के लिए बुधवार को बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ अपने अगले ग्रुप दो के मुकाबले में बड़े अंतर से जीत की दरकार रहेगी।
          
एशिया कप में भारत के हाथों पराजित होकर उपविजेता रही बांग्लादेशी टीम के पास फिलहाल खोने के लिए कुछ नहीं है और एक और हार उसे टूर्नामेंट से बाहर कर देगी लेकिन यदि मेजबान भारतीय टीम उलटफेर का शिकार हुई तो उसकी उम्मीदें लगभग धूमिल ही हो जाएंगी। ऐसे में टीम इंडिया के लिए यह मैच बहुत ही महत्वपूर्ण है। हालांकि भारत को इस मैच में मात्र जीत दर्ज करना जरूरी नहीं है बल्कि उसे बड़े अंतर से यह मैच जीतना होगा।  
          
भारत वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहला मैच हारा था और पाकिस्तान से दूसरा जीता। ऐसे में अंकतालिका में वह फिलहाल दो अंक लेकर चौथे नंबर पर है जबकि बांग्लादेश की टीम पिछले दोनों मैच हारकर पांचवें और आखिरी स्थान पर है। रन रेट के अंतर के कारण भारत के समान अंक लेकर पाकिस्तान दूसरे और ऑस्ट्रेलिया तालिका में तीसरे नंबर पर हैं जबकि पिछले दोनों मैच जीत चुकी न्यूजीलैंड शीर्ष पर है और उसकी एक और जीत उसे सेमीफाइनल में ले जाएगी।
         
क्रिकेट की दुनिया की लगभग सभी मजबूत टीमों के इस ग्रुप ऑफ डैथ में टीम इंडिया का ध्यान अब जीत के साथ रन रेट को सुधारना भी है ताकि वह तालिका में स्थिति बेहतर कर सके।

भारत ने अपना पिछला मैच चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से छह विकेट से जीता था लेकिन उसका रन रेट अच्छा नहीं है जबकि पाकिस्तान ने अभी तक एक मैच बांग्लादेश से जीता है लेकिन उसे इस मैच में 55 रन के अंतर से बड़ी जीत मिली थी और इस वजह से पिछला मैच हारने के बावजूद वह भारत से ऊपर है।
         
भारतीय टीम वर्ल्ड कप की मेजबान होने के साथ दुनिया की मौजूदा नंबर एक ट्वेंटी 20 टीम है और इसलिए उसे खिताब का प्रबल दावेदार माना गया था लेकिन पहले ही मैच में न्यूजीलैंड के सामने 79 रन पर वह ढेर हो गई और मैच भी 47 रन के बड़े अंतर से गंवा दिया। ऐसे में उसकी स्थिति फिलहाल चिंताजनक ही है। हालांकि चिन्नास्वामी की बल्लेबाजी विकेट पर उम्मीद है कि उसके खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर 'विराट' जीत दर्ज कर पाएंगे।
          
जबरदस्त फॉर्म में चल रहे स्टार बल्लेबाज विराट कोहली इस समय टीम इंडिया के खेवन हार बने हुए हैं जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ टीम को अकेले दम पर जीत दिलाई और बांग्लादेश के खिलाफ एक बार फिर उन पर सभी की निगाहें रहेंगी। टीम इंडिया की उन पर निर्भरता लगातार बढ़ती जा रही है और विराट भी लगातार उम्मीदों पर खरे उतर रहे हैं, लेकिन यह स्थिति चिंताजनक भी है क्योंकि टीम की ओपिनग जोड़ी रोहित शर्मा और शिखर धवन के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी दिख रही है तो मध्यक्रम में सुरेश रैना, अजिंक्य रहाणे और युवराज सिंह ने अब तक प्रभावित नहीं किया है।
           
विराट ने पिछले दो मैचों में 78 के औसत से सर्वाधिक 78 रन बनाए हैं जिसमें एक नाबाद अर्धशतक भी शामिल है जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (43) दूसरे नंबर पर सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं। लेकिन टीम को अहम मुकाबलों में अच्छी शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी जिस ओपनिंग जोड़ी पर है उसमें रोहित ने अब तक दो मैचों में 15 रन और शिखर ने सात रन ही बनाए हैं। युवराज केवल 28 रन बना सके हैं। कप्तान धौनी की भी यही चिंता है और विश्वकप में अपनी उम्मीदों को बनाए रखने के लिए टीम को व्यापक स्तर पर प्रदर्शन में सुधार करना होगा।
         
भारतीय टीम के बल्लेबाजी लाइनअप को इन खिलाड़ियों की मौजूदगी के कारण सबसे मजबूत माना जा रहा था लेकिन खिलाड़ियों के मौजूदा प्रदर्शन से ऐसा नहीं लग रहा है। दूसरी ओर टीम गेंदबाजी और फील्डिंग अभी तक सबसे मजबूत बना हुआ है और यही उसकी ताकत है।
          
स्पिन विभाग में अनुभवी खिलाड़ी रविचंद्रन अश्विन के कंधो पर जिम्मेदारी है, लेकिन अश्विन भी अभी तक एक ही विकेट निकाल सके हैं, वहीं हरभजन सिंह को एक भी बार मैदान पर उतरने का मौका नहीं मिला है। वैसे चिन्नास्वामी की विकेट को स्पिनरों के लिए अहम माना जाता है जहां अश्विन और रवींद्र जडेजा का अच्छा रिकॉर्ड रहा है। तेज गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या और आशीष नेहरा ने लगातार प्रभावित किया है जबकि सुरेश रैना ने भी अच्छी गेंदबाजी की है और वह सबसे बढ़िया चार के औसत से दो विकेट ले चुके हैं।
            
भारतीय गेंदबाजों ने पिछले दोनों मैचों में विपक्षी टीमों को बड़ा स्कोर बनाने से रोका है और बांग्लादेश के खिलाफ करो या मरो के मुकाबले में उनकी जिम्मेदारी अधिक रहेगी। बांग्लादेश और भारत आखिरी बार एशिया कप के फाइनल में भिड़ीं थीं जहां भारत को आठ विकेट से जीत मिली थी। वर्षा प्रभावित इस खिताबी मुकाबले में गेंदबाजों ने बांग्लादेश को 120 के स्कोर पर रोका था तो विराट ने नाबाद 41 रन की पारी और धवन ने 60 रन की अहम पारी से टीम को जीत दिलाई थी।

इस मुकाबले में मैन ऑफ द मैच रहे धवन की मौजूदा वर्ल्ड कप में फॉर्म खराब चल रही हो लेकिन ओपनिंग बल्लेबाज ने हमेशा ही अहम मुकाबलों में टीम के लिए आगे आकर जिम्मेदारी निभाई है, वहीं गेंदबाजों की जिम्मेदारी इस बार और इसलिए भी बढ़ जाती है कि भारत के लिए रन रेट में सुधार के लिए बड़े अंतर से इस मैच को जीतना जरूरी है और विपक्षी टीम को सस्ते में निपटाने का काम उन्हीं को करना होगा।
                   
हालांकि बांग्लादेश ने भले ही अपने पिछले मैच हारे हों उसने विपक्षी टीमों को आसानी से जीतने नहीं दिया है। बांग्लादेश के पास बेहतरीन गेंदबाजी और बल्लेबाजी क्रम है। टीम में पूर्व नंबर एक ऑलराउंडर शाकिब अल हसन हैं जिन्होंने अब तक क्वालिफाइंग और सुपर टेन के पिछले पांच मैचों में 105 रन बनाए हैं जबकि तमीम इकबाल (257) सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं जबकि शब्बीर रहमान (109) दूसरे बेहतरीन बल्लेबाज हैं।
                   
ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम के खिलाफ अपने पिछले मैच में शाकिब ने 33 और छठे नंबर पर उतरे महमूदुल्लाह ने नाबाद 49 रन की अहम पारियां खेली थीं जबकि गेंदबाजों में शाकिब ने सर्वाधिक तीन विकेट निकाल ऑस्ट्रेलिया को दबाव में ला दिया था। बल्ले के साथ शाकिब पिछले मैचों में नौ विकेट लेकर टीम के सबसे सफल खिलाड़ी हैं जबकि टीम के अन्य अहम गेंदबाजों में मुस्ताफिजुर रहमान, अल अमीन हुसैन अहम है। हालांकि टीम को तस्कीन अहमद और अराफात सन्नी के अवैध एक्शन के कारण बाहर हो जाने से झटका लगा है। लेकिन वह उलटफेर करने में सक्षम है और भारत को अधिक सतर्कता बरतनी होगी।

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