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गोईलकेरा में बिक रहे प्लास्टिक के अंडे, सेहत पर बढ़ा खतरा

आपने अक्सर सुना होगा कि अंडा सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन अगर यही अंडा आपकी सेहत खराब कर दे तो? जी हां, आजकल गोईलकेरा के बाजार में कुछ ऐसे ही चाइनीज (प्लास्टिक) अंडे धड़ल्ले से बिक रहे हैं।...

गोईलकेरा में बिक रहे प्लास्टिक के अंडे, सेहत पर बढ़ा खतरा
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 05 May 2017 09:50 PM
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आपने अक्सर सुना होगा कि अंडा सेहत के लिए फायदेमंद होता है लेकिन अगर यही अंडा आपकी सेहत खराब कर दे तो? जी हां, आजकल गोईलकेरा के बाजार में कुछ ऐसे ही चाइनीज (प्लास्टिक) अंडे धड़ल्ले से बिक रहे हैं। इसका खुलासा शुक्रवार को हुआ। चाइनीज अंडे बिकने के साथ ही लोगों की सेहत को खतरा बढ़ गया है।

ऐसे हुआ खुलासा : गोईलकेरा निवासी राधे जायसवाल ने अपने भोजनालय में पकाने के लिए गोईलकेरा के छोटू केसरी नामक दुकानदार से आधा दर्जन अंडे खरीदे थे। अंडों को उबालने के बाद ग्राहक को देने के लिए काटे गये तो चार अंडे सामान्य थे पर दो प्लास्टिक के निकले। अंडों के अंदर की संरचना बिल्कुल अलग थी। राधे जायसवाल ने उन अंडों को अलग कर दिया।

राउरकेला से आते हैं अंडे : गोईलकेरा में दुकानदारों द्वारा राशन का सामान राउरकेला से मंगाया जाता है। गोईलकेरा के बाजार में अंडे भी राउरकेला के डेली मार्केट स्थित अंडापट्टी से ही आते हैं, जो प्लांट साइंड थाना क्षेत्र में पड़ता है।

स्कूली बच्चों के लिए खतरा : स्कूली बच्चों को मिड डे मिल में अंडे दिए जाने के बाद अंडों की बिक्री अचानक बढ़ गई है। मुनाफाखोर ज्यादा पैसे कमाने के लालच में कृत्रिम अंडों को बाजार में उतार रहे हैं। इससे स्कूली बच्चों को सबसे ज्यादा जान का खतरा है।

केमिकल से तैयार होते हैं नकली अंडे : विशेषज्ञों का कहना है कि नकली अंडे को तैयार करने में केमिकल का इस्तेमाल होना कोई बड़ी बात नहीं है। कैल्शियम कार्बोनेट, जिप्सम और सोडियम अल्जीनेट को नकली अंडा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा बेंजोइक एसिड और मर्करी जैसे हानिकारक केमिकल्स का इस्तेमाल जर्दा बनाने के लिए किया जाता है। इन केमिकल्स से लिवर को नुकसान पहुंचता है और कैंसर का खतरा भी होता है। ऐसे पहचानें नकली अंडे : नकली अंडे के ऊपरी खोल को जलाने पर उसमें वैसी ही दुर्गंध आती है जैसी प्लास्टिक को जलाने पर आती है। ऐसे अंडे को तोड़ने पर उसकी पीली जर्दी सफेद वाले हिस्से में मिल जाती है। नकली अंडों का खोल पतला होता है। उबालने पर उसका ऊपरी हिस्सा पपड़ी की तरह निकलता है। काटने पर उसका पीला हिस्सा गायब रहता है। नकली अंडे का पोच नहीं बन पाता है।

जांच के बाद होगी कार्रवाई : खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी सह प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा़ सरयू प्रसाद सिंह ने कहा कि कृत्रिम अंडे स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हैं। गोईलकेरा में इसकी बिक्री चिंता का विषय है। मामले की जांच की जाएगी। ये अंडे आखिर कहां से और कैसे लाए गए, जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।

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