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जिला अस्पताल में नहीं रैबिज के इंजेक्शन

जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बहाल होने का नाम नहीं ले रही हैं। यहां तक कि इस अस्पताल में कुत्ते के काटने पर लगाया जाने वाले एंटी रैबिज का इंजेक्शन भी नहीं है। एक व्यक्ति को भी अस्पताल की इन्हीं...

जिला अस्पताल में नहीं रैबिज के इंजेक्शन
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 24 Apr 2017 06:00 PM
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जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं बहाल होने का नाम नहीं ले रही हैं। यहां तक कि इस अस्पताल में कुत्ते के काटने पर लगाया जाने वाले एंटी रैबिज का इंजेक्शन भी नहीं है। एक व्यक्ति को भी अस्पताल की इन्हीं खामियों से परेशानी उठानी पड़ी।

ढकना बडौला निवासी भाष्कर चौड़ाकोटी ने बताया कि शनिवार को वह अपने घर जा रहे थे। रास्ते में एक कुत्ते ने उन्हें काट दिया था। उसके बाद शाम को उन्होंने निजी अस्पताल में टिटनेस का टीका लगाया था। सोमवार को वह एंटी रैबिज का इंजेक्शन लगाने के लिए जिला अस्पताल पहुंचे थे। इसके लिए उन्होंने बकायदा 19 रुपये का पर्चा भी कटाया था। अस्पताल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उन्हें बताया कि अस्पताल में रैबिज का इंजेक्शन नहीं है। उन्हें कुछ दवाइयां लिखवाकर बैरंग लौटा दिया गया। इसकी सूचना मिलने पर उनके भतीजे दिनेश चौड़ाकोटी ने इसका विरोध जताया। उनका कहना था कि लंबे समय से अस्पताल में जरूरी दवाएं नहीं हैं। मरीजों को बाहर से दवा खरीदनी पड़ रही है। उन्होंने उच्चाधिकारियों से मामले की जांच की मांग उठाई है। इस संबंध में सीएमएस डॉ. आरके जोशी को फोन मिलाकर जानकारी हासिल करने की कोशिश की तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।

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