बिजली: पांच नए यूएमपीपी स्थापित होंगे
सरकार ने आज कहा कि भारत में करीब एक लाख करोड़ रुपये के निवेश से और पांच अति वहद बिजली परियोजनाएं (यूएमपीपी) स्थापित की जाएंगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वर्ष 2015-16 के लिए अपना पहला पूर्ण बजट पेश...
सरकार ने आज कहा कि भारत में करीब एक लाख करोड़ रुपये के निवेश से और पांच अति वहद बिजली परियोजनाएं (यूएमपीपी) स्थापित की जाएंगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वर्ष 2015-16 के लिए अपना पहला पूर्ण बजट पेश करते हुए कहा कि कुल एक लाख करोड़ रुपये के निवेश से और पांच अति वृहद बिजली परियोजनाएं (यूएमपीपी) लगाई जाएंगी। यूएमपीपी कोयला आधारित ताप बिजली परियोजना है, जिसकी उत्पादन क्षमता 4,000 मेगावाट है। मंत्री ने हालांकि उन राज्यों की घोषणा नहीं की जहां ये परियोजनाएं लगाई जाएंगी।
जेटली ने कहा कि प्लग एंड प्ले प्रणाली के तहत उन्हें परियोजना में गति लाने एवं खनन आसान करने के लिए विभिन्न मंजूरियां दिए जाने के बाद कोयला ब्लॉकों की नीलामी की जाएगी। इनमें से एक परियोजना बिजली संकट से ग्रस्त बिहार में स्थापित किए जाने की संभावना है। बिहार में प्रस्तावित संयंत्र को झारखंड या ओडिशा स्थित एक खदान से कोयला उपलब्ध कराया जा सकता है।
बिजली मंत्री पीयूष गोयल ने नवंबर में कहा था कि इस उददेश्य के लिए पर्याप्त संख्या में कोयला ब्लॉक आबंटित किए जाएंगे। पावर फाइनेंस कारपोरेशन देश में यूएमपीपी के लिए नोडल एजेंसी है। अभी तक, 4 यूएमपीपी के ठेके दिए जा चुके हैं जिनमें से सासन (मध्य प्रदेश), कृष्णापत्तनम (आंध्र प्रदेश) और तिलैया (झारखंड) का ठेका रिलायंस पावर द्वारा हासिल किया गया है, जबकि चौथा यूएमपीपी गुजरात के मूंदड़ा में जिसका परिचालन टाटा पावर कर रही है।