फोटो गैलरी

Hindi Newsबीमा संशोधन विधेयक पर लोकसभा की मुहर

बीमा संशोधन विधेयक पर लोकसभा की मुहर

लोकसभा ने बीमा क्षेत्र में 49 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देने वाले विवादास्पद बीमा विधि संशोधन विधेयक 2015 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। विधेयक का भविष्य अब राज्यसभा में तय होगा। विधेयक पर...

बीमा संशोधन विधेयक पर लोकसभा की मुहर
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 04 Mar 2015 09:54 PM
ऐप पर पढ़ें

लोकसभा ने बीमा क्षेत्र में 49 फीसदी प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति देने वाले विवादास्पद बीमा विधि संशोधन विधेयक 2015 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। विधेयक का भविष्य अब राज्यसभा में तय होगा। विधेयक पर माकपा केपी करुणाकरण द्वारा पेश किए गए दो संशोधनों को सदन ने मत विभाजन के जरिए नामंजूर कर दिया। पहला संशोधन नौ के मुकाबले 177 मतों से और दूसरा संशोधन 21 के मुकाबले 179 मतों से नामंजूर कर दिया गया। सीपीआई की ओर से भी संशोधन पेश किया गया था लेकिन उसे ध्वनिमत से नामंजूर कर दिया गया। कांग्रेस ने मतदान से खुद को दूर रखा।

वित्तराज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कहा कि दुनिया के विभिन्न देशों में बीमा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की अनुमति है। हम वैश्विक मानकों के अनुरूप इस क्षेत्र को तैयार कर रहे हैं। तृणमूल कांग्रेस के सौगत राय ने बीमा क्षेत्र में एफडीआई बढ़ने की सरकार की पहल पर वित्त राज्य मंत्री जयंत सिन्हा पर चुटकी लेते हुए कहा कि पिता मुखालफत करते थे और बेटा उसकी वकालत कर रहा है।

विधेयक पर चर्चा में कांग्रेस के शशि थरूर ने कहा कि ऐसा ही एक विधेयक राज्यसभा में लंबित है, ऐसे में यह संविधान के अनुच्छेद 107 का उल्लंघन करता है। सरकार नाम बदलकर विधेयक सामने ला रही है जबकि तथ्य एक जैसे ही हैं। यूपीए सरकार यह विधेयक लेकर आई थी तब भाजपा ने इसका विरोध किया था। थरूर ने कहा कि अब वे वही विधेयक लेकर आए हैं और हमारे विधेयक में करीब 100 गैर जरूरी संशोधन किए गए हैं।

जयंत ने मांगी माफी
वित्तराज्य मंत्री जयंत सिन्हा को लोकसभा में विपक्ष को अनावश्यक निशाना बनाने और उनकी जानकारी पर सवाल उठाने को लेकर विवाद के बाद माफी मांगनी पड़ी। कांग्रेस नेता वीरप्पा मोइली ने कहा कि सिन्हा द्वारा विपक्ष को अनावश्यक निशाना बनाना ठीक नहीं है। सत्तापक्ष किसी भी तरह से इस विधेयक पर विवाद नहीं होने देना चाहता था। मतदान के वक्त सत्तापक्ष की बेंच भरी हुई थी जबकि विपक्षी बेंच खाली थी।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें