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म्यूचुअल फंड निवेश का लक्ष्यों के साथ तालमेल जरूरी

आर्थिक सुरक्षा के लिए निवेश में बने रहना जरूरी है। हालांकि, कई लोग ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव के निरंतर दबाव, लाभ कमाने, मुद्रास्फीति की अनिश्चितता आदि के कारण इसका महत्व समझते भी हैं। अमूमन सभी लोगों...

म्यूचुअल फंड निवेश का लक्ष्यों के साथ तालमेल जरूरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 01 Feb 2015 11:02 AM
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आर्थिक सुरक्षा के लिए निवेश में बने रहना जरूरी है। हालांकि, कई लोग ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव के निरंतर दबाव, लाभ कमाने, मुद्रास्फीति की अनिश्चितता आदि के कारण इसका महत्व समझते भी हैं। अमूमन सभी लोगों की जिंदगी के अपने-अपने लक्ष्य और वित्तीय उद्देश्य होते हैं, लेकिन बहुत कम लोग ही इन्हें पहचानने और इनके नियोजन में सक्रियता से भागीदारी करते हैं। भविष्य की स्थिरता और आय के सृजन के लिए परिवार के निवेश को प्रबंधित करना महत्वपूर्ण है।

अमूमन जिंदगी के लक्ष्य, आराम, स्थिरता, जिंदगी के विभिन्न चरणों जैसे कि सेवानिवृति, मनोरंजन, घर, स्वास्थ्य, बच्चों की शिक्षा अथवा शादी इत्यादि में वित्तीय जरूरतों से संबंधित होते हैं। जिंदगी के लक्ष्यों के आधार पर, व्यक्ति अल्पकालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक निवेश की योजना बना सकता है। म्यूचुअल फंड मौजूदा समय में बाजार में उपलब्ध विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में चयन में मदद कर सकते हैं।

लक्ष्य प्राप्ति की योजना : आराम से संबंधित लक्ष्य जैसे छुट्टियां मनाना अथवा कार खरीदने का लक्ष्य अल्प से मध्यम अवधि के हो सकते हैं। एक से तीन साल के इन लक्ष्यों के लिए फिक्स्ड इनकम फंडों में निवेश करना उचित है, जिनमें न्यूनतम अस्थिरता होती है। इस फंडों में पूंजी संरक्षण को प्राथमिकता दी जाती है।

बच्चों की शिक्षा अथवा घर खरीदना : यह लक्ष्य अमूमन मध्यम से दीर्घकालिक अवधि के होते हैं। इनकी अवधि लगभग तीन से 10 वर्ष हो सकती है। इसलिए इनकम फंड निवेश, जिनके द्वारा बेहतर रिटर्न एवं पूंजी सुरक्षा की पेशकश की जाती है और जिनमें कम अस्थिरता होती है, बेहतर विकल्प हो सकते हैं। संतुलित म्यूचुअल फंड जिसमें स्टॉक्स एवं बॉन्ड का मिश्रण हो, की इक्विटी डेट प्रकृति को देखकर मध्यम अवधि के लक्ष्यों के लिए लोकप्रिय निवेश हैं।

सेवानिवृति एवं बच्चों की शादी : दीर्घकालिक लक्ष्य की समयावधि अधिक होती है इसलिए इनमें जल्द निवेश शुरू कर देना चाहिये। इन मामलों में इक्विटी और हाइब्रिड फंडों में नियमित निवेश अस्थिरता से निपटने में पर्याप्त समय देते हैं। लंबे समय में खासतौर से मुद्रास्फीति के खिलाफ बेहतर लाभ प्रदान करते हैं।

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