मानसून की अनिश्चितता अभी भी आर्थिक वद्धि के लिए खतरा: RBI
रिजर्व बैंक ने कहा कि कृषि क्षेत्र के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मानसून की प्अनिश्चितता से आर्थिक वद्धि और मुद्रास्फीति दोनों के लिए ही लगातार जोखिम बना हुआ है। शीर्ष बैंक ने...
रिजर्व बैंक ने कहा कि कृषि क्षेत्र के प्रदर्शन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले मानसून की प्अनिश्चितता से आर्थिक वद्धि और मुद्रास्फीति दोनों के लिए ही लगातार जोखिम बना हुआ है।
शीर्ष बैंक ने 2014-15 की अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि मानसून की प्रगति से हालांकि शुरुआती आशंका दूर हुई है लेकिन इसकी प्रगति और वितरण को लेकर बनी अनिश्चितता से वद्धि एवं मुद्रास्फीति दोनों के लिए जोखिम बना हुआ है।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि कमजोर मानसून से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिये एक व्यापक एवं पहले से ही तैयार खाद्य प्रबंधन रणनीति की जरूरत है।
इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2015-16 के पहले चार महीनों में वास्तविक गतिविधियों के रिजर्व बैंक की इस साल की 7.6 प्रतिशत सकल वद्धि के अनुमान के अनुरूप है। यह 2014-15 के 7.2 प्रतिशत से अधिक है।
मानसून की संभावना और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत समेत शुरूआती परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए रिजर्व बैंक ने इस साल अप्रैल में मुद्रास्फीति के अगले साल जनवरी तक 6 फीसदी रहने का अनुमान जताया था।