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चीन में एप्पल ऐप स्टोर पर पहला बड़ा वायरस हमला

जानकारों की आशंका सच हुई। अमेरिकी कंप्यूटर कंपनी एप्पल के ऐप स्टोर पर चीन में बड़ा वायरस हमला हुआ। कंपनी के अनुसार आईफोन और आईपैड के कई लोकप्रिय एप्लिकेशन में एक्सकोडगोस्ट नाम का सॉफ्टवेयर मिला है।...

चीन में एप्पल ऐप स्टोर पर पहला बड़ा वायरस हमला
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 21 Sep 2015 03:46 PM
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जानकारों की आशंका सच हुई। अमेरिकी कंप्यूटर कंपनी एप्पल के ऐप स्टोर पर चीन में बड़ा वायरस हमला हुआ। कंपनी के अनुसार आईफोन और आईपैड के कई लोकप्रिय एप्लिकेशन में एक्सकोडगोस्ट नाम का सॉफ्टवेयर मिला है। इसके जरिये स्टोर के एप में बड़ी संख्या में वायरस ने सेंध लगा दी है। हालांकि इसे हटाने में एप्पल की टीम मुस्तैदी से जुट गई है। उसने प्रभावित एप को हटाने का भी दावा किया है।

कैसे हुआ हमला
एप्पल ऐप स्टोर पर वायरस हमले का यह पहला बड़ा मामला है। इसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। कंपनी के मुताबिक इसके लिए हैकर ने वैध सॉफ्टवेयर डेवलपर को आईओएस और मैक के एप बनाने के लिए एप्पल के विशेष सॉफ्टवेयर का नकली संस्करण इस्तेमाल करने को राजी कर लिया। इसका नाम एक्सकोड है। एप्पल के मुताबिक, 'हम डेवलपर को कह रहे हैं कि वे ऐप फिर से बनाने के लिए एक्सकोड के सही वर्जन का उपयोग करें।'

कौन से एप प्रभावित
प्रभावित ऐप में टेनसेंट होल्डिंग लिमिटेड का मशहूर मोबाइल चैट ऐप 'वीचैट', कार हेलिंग ऐप 'दीदी कुऐदी' और इंटरनेट पोर्टल नेटइज इंक का म्यूजिक ऐप शामिल है। चीन की सुरक्षा एजेंसी क्यूहू 360 टेक्नोलॉजी ने एक्सकोडगोस्ट वायरस से 344 एप प्रभावित होने की बात कही है। एप्पल प्रवक्ता के अनुसार प्रभावित एप स्टोर से हटाए जा चुके हैं।

विशेषज्ञों ने पिछले साल ही चेताया था
नवंबर 2014 में विशेषज्ञों ने कहा था कि एप्पल आईओएस ऑपरेटिंग सिस्टम में मौजूद खामियों की वजह से उसके डिवाइस वायरस हमले के खतरे में हैं। शोधकर्ताओं ने कहा था कि आईओएस में मौजूद खामियों के बूते हैकर आईफोन और आईपैड को न सिर्फ अपने नियंत्रण में ले सकते हैं बल्कि संवेदनशील डाटा चुरा सकते हैं।

कैसपरस्की ने भी आईओएस और एंड्रायड को संवेदनशील माना था
इस साल जून में आईटी सुरक्षा कंपनी कैसपरस्की लैब के सीईओ रूस के यूजेन कैसपरस्की ने आस्ट्रेलिया में कहा था कि विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम आईओएस, ओएसएक्स और एंड्रायड के मुकाबले कहीं ज्यादा सुरक्षित है।

2014 में सबसे संवेदनशील एप्पल ओएस रहा
-सबसे संवेदनशील ऑपरेटिंग सिस्टम एप्पल का मैक ओएसएक्स , एप्पल का आईओएस तथा लाइनेक्स रहे।
-ओएसएक्स में 147 मामले, आईओएस में 127 और लाइनेक्स में 119 मामले वायरस संवेदनशीलता के लिहाज से मिले।
-इनके बाद माइक्रोसॉफ्ट के विभिन्न विंडोज सिस्टम खतरे के लिहाज से संवेदनशील पाए गए।
-विंडोज सर्वर 2008 में 38, विंडोज 7 में 36,  विंडोज सर्वर 2012 में 38, विंडोज 8 में 36, विंडोज 8.1 में 36,  विंडोज विस्ता में 36, विंडोज आरटी में 30 मामले वायरस हमले के लिए संवेदनशील मिले।

-7038 सेंध के मामले 2014 में दर्ज हुए
-ऑपरेटिंग सिस्टम में 7038 सेंध लगने के मामले पाये गए। इनमें 24% बहुत ज्यादा संवेदनशील और 68% मध्यम संवेदनशीलता के मामले  थे।
-80% से ज्यादा संवेदनशीलता के लिए तीसरी पार्टी के एप्लीकेशन सबसे बड़े स्रोत पाए गए।
-उत्पादों के हिसाब से देखें तो 83% खतरा एप्लीकेशन से, 13% ऑपरेटिंग सिस्टम से और 4% हार्डवेयर से था।


 

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