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सेंसेक्स, निफ्टी में 2 फीसदी से अधिक गिरावट (साप्ताहिक समीक्षा)

देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में दो फीसदी से अधिक गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार (29 जुलाई को) ईद-उल-फितर के मौके पर देश के शेयर बाजार बंद रहे। बंबई स्टॉक...

सेंसेक्स, निफ्टी में 2 फीसदी से अधिक गिरावट (साप्ताहिक समीक्षा)
एजेंसीSat, 02 Aug 2014 09:11 AM
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देश के शेयर बाजारों में पिछले सप्ताह प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में दो फीसदी से अधिक गिरावट दर्ज की गई। मंगलवार (29 जुलाई को) ईद-उल-फितर के मौके पर देश के शेयर बाजार बंद रहे।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह 2.47 फीसदी या 645.91 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 25,480.84 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.41 फीसदी या 187.85 अंकों की गिरावट के साथ 7,602.60 पर बंद हुआ।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से पिछले सप्ताह छह में तेजी रही। भारती एयरटेल (7.02 फीसदी), हिंदुस्तान यूनिलीवर (4.81 फीसदी), मारुति सुजुकी (3.21 फीसदी), हीरो मोटोकॉर्प (0.93 फीसदी) और डॉ. रेड्डीज लैब (0.38 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे एक्सिस बैंक (80.49 फीसदी), एलएंडटी (11.13 फीसदी), टाटा पावर (5.85 फीसदी), एनटीपीसी (5.51 फीसदी) और टाटा मोटर्स (4.85 फीसदी)।

गत सप्ताह मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट का रुख रहा। मिडकैप 0.7० फीसदी या 63.88 अंकों की गिरावट के साथ 9,114.33 पर बंद हुआ। स्मॉलकैप 1.46 फीसदी या 146.2 अंकों की गिरावट के साथ 9,890.97 पर बंद हुआ।

पिछले सप्ताह के प्रमुख घटनाक्रमों में गुरुवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्रमुख आठ उद्योगों की विकास दर जून 2014 में 7.3 फीसदी रही। यह दर पिछले साल समान अवधि में 1.2 फीसदी थी। प्रमुख उद्योगों में शामिल हैं कोयला, बिजली, कच्चा तेल, सीमेंट, इस्पात, प्राकृतिक गैस, पेट्रोलियम और रिफायनरी और ऊर्वरक।

गुरुवार को ही जारी एक अन्य आंकड़े के मुताबिक देश का वित्तीय घाटा पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 2.97 लाख करोड़ रुपये (49.2 अरब डॉलर) हो गया। वित्तीय घाटा का यह स्तर मौजूदा कारोबारी साल के लिए वित्तीय घाटा के लक्ष्य का 56.1 फीसदी है। इसी अवधि में पिछले वर्ष वित्तीय घाटा का स्तर लक्ष्य के मुकाबले 48.4 फीसदी था।

 

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