कॉल ड्राप पर सरकार के कड़े रुख से मोबाइल कंपनियां सक्रिय
संचार मंत्रालय के कड़े रुख के बाद मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों ने काल ड्राप से निपटने के उपाय शुरू कर दिए हैं। एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया की तरफ से इस बारे में संचार मंत्रालय को प्रगति रिपोर्ट...
संचार मंत्रालय के कड़े रुख के बाद मोबाइल सेवा प्रदान करने वाली कंपनियों ने काल ड्राप से निपटने के उपाय शुरू कर दिए हैं। एयरटेल, वोडाफोन और आइडिया की तरफ से इस बारे में संचार मंत्रालय को प्रगति रिपोर्ट सौंपी गई है जिसमें उन्होंने टॉवरों में सुधार का ब्यौरा दिया है। मंत्रालय अन्य कंपनियों से ब्यौरा का इंतजार कर रहा है।
संचार मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार एयरटेल ने कॉल ड्राप ठीक करने के उपायों के बारे में बताया कि उसने पने 2248 टावरों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने के उपाय किए हैं। एयरटेल ने माना है कि उसके 5235 टावरों में कॉल ड्राप की समस्या पैदा हो रही थी। 2070 टावरों में अभी भी यह समस्या बनी हुई है जिसमें सुधार किया जा रहा है।
एयरटेल ने दिल्ली के बारे में बताया है कि गोल्फ लिंक रोड और रेडिशन फ्लाईओवर पर दो टावर लगा दिए गए हैं तथा उसने कार्य करना शुरू कर दिया है। जबकि संचार भवन, सुप्रीम कोर्ट, बीकानेर हाउस में नए टावरों के लिए अनुमति ले ली गई है तथा जल्दी ही वहां कार्य शुरू हो जाएगा। इसी प्रकार एमटीएनएल के क्षेत्र में 14 साइटें देखी गई हैं जिनमें से नौ साइटों के लिए मंजूरियां हासिल कर ली गई हैं।
आइडिया ने देश भर में 109 टावरों में सुधार का दावा किया है जिसमें दिल्ली में चार टावर शामिल हैं।
आईडिया ने बिहार में करीब 44 टावररों में सुधार का दावा किया है। एयरटेल ने पटना में कई स्थानों पर कॉल ड्राप में सुधार का दावा करते हुए उठाए गए कदमों का ब्यौरा दिया है। वोडाफोन ने भी दिल्ली और बिहार में सुधारात्मक कदमों एवं नए टावर लगाने का ब्यौरा मंत्रालय को पेश किया है।