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जेटली के बजट में नई योजनाएं

सरकार ने गरीबों, वंचितों, कमजोर वर्गों, वृद्धावस्था, पेंशनरों, बीपीएल कार्डधारकों, छोटे तथा सीमांत किसानों और अल्पसंख्यकों के लिए शिक्षा और आजीविका अर्जन में सहायता तथा सामाजिक सुरक्षा देने के लिए कई...

जेटली के बजट में नई योजनाएं
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 28 Feb 2015 04:07 PM
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सरकार ने गरीबों, वंचितों, कमजोर वर्गों, वृद्धावस्था, पेंशनरों, बीपीएल कार्डधारकों, छोटे तथा सीमांत किसानों और अल्पसंख्यकों के लिए शिक्षा और आजीविका अर्जन में सहायता तथा सामाजिक सुरक्षा देने के लिए कई नई योजनाएं शुरू करने की घोषणा की है।
 
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में आगामी वित्त वर्ष का आम बजट पेश करते हुये कहा कि देश की आबादी के एक बड़े भाग को स्वास्थ्य, दुर्घटना अथवा जीवन बीमा जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए सभी भारतीयों विशेषकर गरीबों और वंचितों के लिए कार्यशील सामाजिक सुरक्षा नेटवर्क बनाया जायेगा। जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना की शुरुआत जल्द की जायेगी, जो मात्र 12 रुपये प्रतिवर्ष के प्रीमियम पर दो लाख रुपये के दुर्घटना-मृत्यु जोखिम को कवर करेगी।

अटल पेंशन योजना
इसी तरह अटल पेंशन योजना का आरंभ किया जायेगा। उन्होंने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की घोषणा करते हुये कहा कि इसके तहत सहज मृत्यु और दुर्घटना मृत्यु जोखिम पर दो लाख तक का कवर दिया जायेगा। इसमें 18 से 50 आयु वर्ग के लिए इसका प्रीमियम 330 रुपये प्रतिवर्ष अथवा प्रतिदिन एक रुपये से कम होगा।

नई मंजिल योजना
जेटली ने अल्पसंख्यकों के छात्रों को उच्च शिक्षा देने के लिए एकीकृत शिक्षा एवं आजीविका योजना 'नई मंजिल' की शुरुआत करने की घोषणा की और कहा किसी को भी धन के अभाव में उच्च शिक्षा से वंचित नहीं होने दिया जायेगा।

वरिष्ठ नागरिक योजना
देश में लगभग साढे़ दस करोड वरिष्ठ नागरिकों को विशेष सम्मान देने पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि इनमें से एक करोड़ से ज्यादा 80 वर्ष से ऊपर की आयु के हैं। इनमें से 70 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। इनका काफी बड़ा हिस्सा वृद्धावस्था से जुड़ी परेशानियों से भी पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपयोगी उपकरण और सहायता जीवन साधन उपलब्ध कराने की नई योजना शुरू की जाएगी।

कहां से आएगा पैसा
वित्त मंत्री ने कहा कि पीपीएफ में लगभग 3000 करोड़ रुपये और ईपीएफ निधि में लगभग 6000 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली राशियां पड़ी हैं। इनका इस्तेमाल बीमा योजनाओं के प्रीमियमों को सब्सिडी देने पर किया जायेगा। कमजोर वर्गों वृद्धावस्था पेंशनरों, बीपीएल कार्डधारकों और छोटे व सीमांत किसानों और अन्य को प्रीमियम पर सब्सिडी भी दी जायेगी।

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