नेट निरपेक्षता भारत में चल सकती है: जुकरबर्ग
जीरो रेटिंग अवधारणा के आलोचकों से असहमति जताते हुए फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने शुक्रवार को कहा कि सार्वभौमिक संपर्क (यूनिवर्सल कनेक्टिविटी) और नेट निरपेक्षता साथ-साथ चल सकती हैं। इसके जरिये...
जीरो रेटिंग अवधारणा के आलोचकों से असहमति जताते हुए फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने शुक्रवार को कहा कि सार्वभौमिक संपर्क (यूनिवर्सल कनेक्टिविटी) और नेट निरपेक्षता साथ-साथ चल सकती हैं। इसके जरिये फेसबुक की अगुवाई वाली पहल इंटरनेटओआरजी को भारत सहित कई देशों में मुफ्त में मूल इंटरनेट सेवाएं देने की अनुमति है।
जुकरबर्ग का यह बयान ऐसे समय आया है जबकि भारत में इस बात को लेकर बहस छिड़ी हुई है कि इस तरह के प्लान देश में नेट निरपेक्षता के सिद्धान्त का उल्लंघन हैं। इस पहल का बचाव करते हुए जुकरबर्ग ने कहा कि हमें इस प्रगति पर गर्व है।
हालांकि, कुछ लोगों ने जीरो रेटिंग की अवधारणा की आलोचना की है। उनका कहना है कि कुछ सेवाएं मुफ्त में प्रदान करने से नेट निरपेक्षता का सिद्धान्त प्रभावित होता है। मैं इससे कतई सहमत नहीं हूं।