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फाक्सवैगन ने भारत में 3.23 लाख कारों को किया कॉलबैक

वाहन प्रदूषण के मुददे पर विवादों का सामना कर रही जर्मनी की वाहन विनिर्माता कंपनी फाक्सवैगन भारत में 3,23,700 वाहनों को वापस मंगाएगी। सरकार ने कंपनी के वाहनों की जांच का आदेश दिया था और जांच में...

फाक्सवैगन ने भारत में 3.23 लाख कारों को किया कॉलबैक
एजेंसीWed, 02 Dec 2015 12:55 PM
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वाहन प्रदूषण के मुददे पर विवादों का सामना कर रही जर्मनी की वाहन विनिर्माता कंपनी फाक्सवैगन भारत में 3,23,700 वाहनों को वापस मंगाएगी। सरकार ने कंपनी के वाहनों की जांच का आदेश दिया था और जांच में पाया गया कि कंपनी ने डीजल वाहनों में उत्सर्जन परीक्षण को चकमा देने वाला उपकरण लगा रखा था।

कंपनी भारत में तीन ब्रांडों ऑडी, स्कोडा तथा फॉक्सवैगन के वाहनों को वापस मंगाएगी। कंपनी ने ईए189 इंजन वाले सभी वाहनों को भारतीय बाजार में स्वैच्छिक रूप से वापस मंगाने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि ये वाहन भारत में 2008 से नवंबर, 2015 के दौरान बेचे गए। इसके तहत फॉक्सवैगन, ऑडी और स्कोडा माडल के वाहन वापस मंगाए जाएंगे। कंपनी ने कहा है कि इन वाहनों में ऐसा साफ्टवेयर लगा है जिसे बदले जाने की जरूरत है।

फॉक्सवैगन इंडिया ने बयान में कहा, फॉक्सवैगन ग्रुप इंडिया के रिकार्ड के अनुसार 2008 से नवंबर, 2015 तक भारत में कंपनी ने फॉक्सवैगन माडल की 1,98,500, स्कोडा की 88,700 और ऑडी के विभिन्न मॉडलों की 36,500 कारों बेची हैं। इन वाहनों में ईए189 इंजन लगा है। इनमें 1.2 लीटर, 1.5 लीटर, 1.6 लीटर तथा 2.0 लीटर के डीजल इंजन लगे हैं। वाहन परीक्षण एजेन्सी एआरएआई द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद आज कंपनी के कार्यकारियों और भारी उद्योग विभाग के अधिकारियों के बीच एक बैठक हुई।

आटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन आफ इंडिया :एआरएआई: ने अपनी जांच में पाया कि फाक्सवैगन द्वारा भारत में विनिर्मित ई189 इंजन वाली डीजल कारों में त्रुटिपूर्ण उपकरण लगे थे जिससे सड़कों पर वाहन चलाते समय उनसे अत्यधिक नाइट्रोजन आक्साइड उत्सर्जन हो सकता है।

कंपनी ने अपने द्वारा उठाए जाने वाले क़दमों का जिक्र करते हुए कहा कि उसने अपने निष्कर्ष और ईए189 डीजल इंजन के संभावित समाधान के बारे में भारत सरकार-भारी उद्योग मंत्रालय तथा एआरएआई को सौंपे हैं। समूह पहले भारी उद्योग मंत्रालय को तकनीकी समाधान सौंपेगा। एक बार सक्षम अधिकारीयों द्वारा इनको मंजूरी के बाद फॉक्सवैगन समूह कदम दर कदम तरीके से आवश्यक कार्रवाई करेगा।

उल्लेखनीय है कि फाक्सवैगन पहले ही यह स्वीकार चुकी है कि दुनियाभर में उसकी 1.1 करोड़ डीजल इंजन कारों में ऐसा साफ्टवेयर लगा था जिससे उत्सर्जन परीक्षण में हेराफेरी करने में मदद मिलती है। कंपनी को अमेरिका में 18 अरब डालर तक के जुर्माने का सामना करना पड़ा। भारत में अभी तक विभिन्न विनिर्माताओं द्वारा 13.25 लाख से अधिक वाहन वापस मंगाए जा चुके हैं।

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