ट्विटर के सीईओ बोले, मौजूद रहेगा लाइव ट्वीट का फीचर
ट्विटर के सीईओ जेक डोरसे ने भरोसा दिलाया है कि ट्विटर अपने लाइव पोस्ट या रियल टाइम ट्वीट के फीचर को नहीं बदलने जा रहा है और इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट के यूजर को एल्गोरिथम के हिसाब से टाइमलाइन नहीं...
ट्विटर के सीईओ जेक डोरसे ने भरोसा दिलाया है कि ट्विटर अपने लाइव पोस्ट या रियल टाइम ट्वीट के फीचर को नहीं बदलने जा रहा है और इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट के यूजर को एल्गोरिथम के हिसाब से टाइमलाइन नहीं दिखाई देगी। इससे पहले यह खबर आई थी कि माइक्रोब्लॉगिंग साइट फेसबुक की तर्ज पर अपनी टाइमलाइन बदलने जा रही है।
तो ऐसे बदल जाता ट्विटर
ऑनलाइन साइट बजफीड ने शनिवार को खबर लिखी थी कि ट्विटर अगले सप्ताह से भारत समेत 23 देशों में फेसबुक शैली की टाइमलाइन शुरू करने जा रहा है। अगर ऐसा होता तो ट्विटर पर लोग कौन से विषय में अधिक रुचि रखते हैं, उस हिसाब से ट्वीट दिखाई देते। अभी ट्विटर की खासियत यह है कि इस साइट पर रियल टाइम में यानी लाइव ट्वीट देखे जा सकते हैं। उदाहरण के लिए किसी विषय पर बिल्कुल लाइव समय में लोग क्या ट्वीट कर रहे हैं यह देखा जा सकता है। अगर ट्विटर एल्गोरिदम के हिसाब से टाइमलाइन दिखाता तो इसमें लाइव ट्वीट नहीं दिखाई देते।
ब्रेकिंग न्यूज के लिए मशहूर
ब्रेकिंग न्यूज के लिए लोग फेसबुक के मुकाबले ट्विटर का इस्तेमाल अधिक करते हैं। इतना ही नहीं अमेरिका का ज्योलॉजिकल सर्वे भी कई बार भूकंप के बारे में पता लगाने के लिए ट्विटर का सहारा लेता है। उदाहरण के लिए कोई व्यक्ति फेसबुक पर सर्च बार में अंग्रेजी भाषा में ‘अर्थक्वेक’(भूकंप) टाइप करेगा तो उसे सबसे अधिक लोकप्रिय पोस्ट ऊपर दिखाई देंगी। ट्विटर पर यही चीज खोजने पर इससे जुड़े लोकप्रिय ट्वीट तो दिखेंगे ही। इसके अलावा रियल टाइम में यानी हर सेकेंड इस विषय पर क्या पोस्ट किया जा रहा है, यह भी देखा जा सकता है।
सीईओ बोले नहीं बदलेगा फीचर
ट्विटर के एल्गेरिदम के हिसाब से टाइमलाइन बदलने की खबरों के बाद खुद सीईओ जेक डोरसे को सामने आना पड़ा। उन्होंने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि अगले सप्ताह से ट्विटर की टाइमलाइन बदल जाएगी। ट्विटर हमेशा से रियल टाइम ट्वीट को तरजीह देता रहा है। ट्विटर लाइव रहेगा और रियल टाइम में रहेगा। हमें इसकी यही खूबी सबसे अधिक पसंद है। दरअसल इस माइक्रोब्लॉगिंग साइट की फेसबुक की तर्ज पर टाइमलाइन बदलने की खबरों के बाद #RiPTwitter हैशटैग दुनियाभर में छा गया था। लोगों ने टाइमलाइन बदलने का विरोध करना शुरू कर दिया था।