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यूनान में बैंक खुले, करों में बढ़ोतरी लागू की गई

यूनान के बैंक तीन सप्ताह की बंदी के बाद सोमवार को फिर खुले लेकिन नागरिकों की सुबह बढ़ी हुई कीमतों के बीच हुई। उल्लेखनीय है कि ऋणदाताओं के साथ हुए सुधार के बदले नकदी समझौते के चलते कीमतों में यह...

यूनान में बैंक खुले, करों में बढ़ोतरी लागू की गई
एजेंसीMon, 20 Jul 2015 06:40 PM
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यूनान के बैंक तीन सप्ताह की बंदी के बाद सोमवार को फिर खुले लेकिन नागरिकों की सुबह बढ़ी हुई कीमतों के बीच हुई। उल्लेखनीय है कि ऋणदाताओं के साथ हुए सुधार के बदले नकदी समझौते के चलते कीमतों में यह बढ़ोतरी देखने को मिली है।

सरकार ने वित्तीय प्रणाली को पूरी तरह ठप होने से बचाने के लिए बैंकों को तीन सप्ताह पहले बंद कर दिया था। बैंक 29 जून से बंद थे और अनुमान है कि इससे यूनान की संकटग्रस्त अर्थव्यवस्था को बाजार में कमी और निर्यात बाधित होने के कारण तीन अरब यूरो (3.3 अरब डॉलर) का नुकसान हुआ।

विदेशी बैंकों को स्थानांतरण सहित कुछ पूंजी नियंत्रण और नए खातों खोलने पर प्रतिबंध बरकरार है हालांकि 60 यूरो (65  डॉलर) की रोजाना निकासी सीमा को उदार बना दिया गया है। यूनान के बैंक संघ की प्रमुख लूका कास्टेली ने कहा कि यूनान के लोग अब अब शुक्रवार तक अधिकतम 300 यूरो निकाल पाएंगे। इसके बा 420 यूरो की नयी साप्ताहिक सीमा लागू होगी।

उम्मीद है कि सरकार इस बीच यूरोपीयन सेंट्रल बैंक को 4.2 अरब यूरो का भुगतान करेगी जो यूरोपीय संघ द्वारा 7.16 अरब यूरो के अल्पकालिक ब्रिज लोन के कारण संभव हुआ। इस ऋण के जरिए यूनान की सरकार अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) को भी भुगतान कर सकेगी जो जून से बकाया है।

ये बदलाव यूनान की वामपंथी सरकार के उन कठोर राजकोषीय उपायों का हिस्सा हैं जिन पर यूनान ने ऋणादाताओं के साथ पिछले सप्ताह सहमति जताई थी और उसी के बाद वे उसे वित्तीय संकट से उबरने में सहायता के लिए तैयार हुए हैं। इन शर्तों के साथ उसे तीन साल का राहत पैकेज दिये जाने और यूरो क्षेत्र में बनाए रखने पर सहमति हुई है।

संकट ग्रस्त यूनानवासियों के लिए बहुत से आवश्यक उत्पाद एवं सेवाओं चीनी से लेकर कोकोआ और टैक्सी से लेकर अंत्येष्टि सेवा महंगी हो जाएगी। इन पर शुल्क अब 13 प्रतिशत से बढ़ा कर 23 प्रतिशत किया जा रहा है। दूसरी ओर दवा, किताब और समाचारपत्र पर कर 6.5 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत कर दिया गया है।

कास्टेली ने कहा कि परेशान ग्राहकों ने अपनी जमा राशि की सुरक्षा से जुड़ी चिंता के मद्देनजर दिसंबर से अब तक 40 अरब यूरो निकाल चुके हैं जिससे बैंकों की सामान्य तौर पर परिचालन की क्षमता गंभर रूप से प्रभावित हो रही है। उन्होंने यूनानवासियों से अपील की कि वे संकटग्रस्त वित्तीय व्यवस्था को मदद करने के लिए बैंकों में बचत वापस लाएं।

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