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443 अंकों की गिरावट के साथ 28,353.54 पर बंद हुआ शेयर मार्केट

अमेरिका तथा अन्य विकसित देशों में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका में दुनिया भर के शेयर बाजारों में हुई बिकवाली के दबाव में चौतरफा बिकवाली से स्थानीय शेयर बाजारों में ढाई महीने की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की...

443 अंकों की गिरावट के साथ 28,353.54 पर बंद हुआ शेयर मार्केट
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 12 Sep 2016 04:42 PM
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अमेरिका तथा अन्य विकसित देशों में ब्याज दरें बढ़ने की आशंका में दुनिया भर के शेयर बाजारों में हुई बिकवाली के दबाव में चौतरफा बिकवाली से स्थानीय शेयर बाजारों में ढाई महीने की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1.54 फीसदी यानी 443.71 अंक लुढ़ककर 28,353.54 अंक पर तथा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 1.7 फीसदी यानी 151.10 अंक गिरकर 8,715.60 अंक पर आ गया। यह दोनों बाजारों का 30 अगस्त के बाद का निचला स्तर है। साथ ही यह 24 जून के बाद की सबसे बड़ी गिरावट भी है। इस साल 24 जून को सेंसेक्स 604.51 अंक तथा निफ्टी 216.25 अंक टूटा था।

शेयर बाजार में चौतरफा गिरावट

शेयर बाजार की गिरावट चौतरफा रही। मुख्य रूप से अमेरिकी निर्यात पर निर्भर आईटी और टेक समूहों को छोड़कर बीएसई के शेष 18 समूहों में गिरावट रही। रियलिटी समूह सबसे ज्यादा 5.23 फीसदी लुढ़का। धातु में 4.34, बेसिक मटिरयल में 3.69 तथा इंडस्ट्रियल्स में 3.05 फीसदी की गिरावट रही।

जर्मनी में सरकारी बांड पर मिलने वाला ब्याज ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से बाहर निकलने के पक्ष में मतदान के बाद के उच्चतम स्तर 0.04 फीसदी पर पहुँचने से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि विकसित देशों के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकते हैं। वर्ष 2008 की आर्थिक मंदी के बाद से जारी प्रोत्साहन पैकेजों में कटौती की भी संभावना देखी जा रही है। इससे एशियाई तथा यूरोपीय बाजारों में भारी बिकवाली रही। उल्लेखनीय है कि मौद्रिक नीति पर 20 और 21 सितंबर को अमेरिकी फेडरल रिजर्व की भी बैठक होनी है।

26 में से केवल 4 कंपनियां रही हरे निशान पर

निवेश धारणा इस कदर कमजोर रही कि सेंसेक्स की 26 में से सिर्फ चार कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुये। इनमें तीन सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की हैं। इंफोसिस के शेयर 1.74 प्रतिशत, टीसीएस के 0.28 प्रतिशत तथा विप्रो के 0.14 प्रतिशत चढ़े। इसके अलावा मुनाफा कमाने वाली एकमात्र कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज 0.28 फीसदी रही। सबसे ज्यादा 5.30 प्रतिशत का नुकसान टाटा मोटर्स ने उठाया। अदानी पोट्र्स और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के शेयर भी चार प्रतिशत से ज्यादा लुढ़के।

निफ्टी में भी रही गिरावट

निफ्टी की 51 में से 46 कंपनियों के शेयरों में बिकवाली तथा पाँच में लिवाली का जोर रहा। मीडियम तथा छोटी कंपनियों में बिकवाली का जोर ज्यादा रहा। बीएसई का मिडकैप 2.95 प्रतिशत गिरकर 12,951.89 अंक पर तथा स्मॉलकैप 2.35 फीसदी टूटकर 12,559.7० अंक पर आ गया।

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