कम हो सकती है आपकी EMI, RBI ने रेपो रेट 0.25 % घटाया
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए गवर्नर उर्जित पटेल ने अपने पहले मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर इसे 6.25 प्रतिशत किया है। मौद्रिक नीति समिति के सभी छह सदस्यों ने नीतिगत...
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नए गवर्नर उर्जित पटेल ने अपने पहले मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती कर इसे 6.25 प्रतिशत किया है। मौद्रिक नीति समिति के सभी छह सदस्यों ने नीतिगत ब्याज दर में कटौती के पक्ष में मत दिए। केंद्रीय बैंक कटौती के फैसले के बाद अन्य बैंक अपने ब्याज दरों में कटौती कर सकते हैं जिससे लोगों की EMI कम हो सकती है।
रिजर्व बैंक ने खुदरा मुद्रास्फीति मार्च 2017 तक 5.0 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिये जीडीपी वद्धि दर अनुमान को 7.6 प्रतिशत पर बरकरार रखा। आरबीआई ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) का निर्णय नरम मौद्रिक नीति के रूख के अनुरूप है।
आपको बता दें कि हाल ही में गठित रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल की अध्यक्षता वाली मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) आज अपनी पहली मौद्रिक नीति समीक्षा की है। यह वित्तीय वर्ष 2016-17 की चौथी द्विमासिक समीक्षा है। इससे पहले खुदरा मुद्रास्फीति अगस्त में पांच महीने के निम्न स्तर 5.05 प्रतिशत पर आ गयी लेकिन थोक मूल्य सूचकांक आधारित महंगाई दर दो साल के उच्च स्तर 3.74 प्रतिशत रही। अगस्त में गिरावट से पहले दोनों खुदरा एवं थोक कीमत सूचकांक आधारित महंगाई दरों में लगातार वृद्धि हो रही थी।
सरकार ने अगस्त में रिजर्व बैंक के साथ मौद्रिक नीति मसौदा समझौते के तहत अगले पांच साल के लिये दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत महंगाई दर का लक्ष्य रखा। उर्जित पटेल ने रिजर्व बैंक के लिए मुद्रास्फीति पर जोर देने की बातों पर बल दिया। उस वक्त पटेल पूर्व गवर्नर रघुराम राजन के डिप्टी थे।