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Hindi Newsgold price fall 730 rupee and silver price slip 1750 rupee in bullion market

सोने की कीमते 3 महीने के निचले स्तर पर, 1,750 रुपये सस्ती हुई चांदी

विदेशी बाजारों में सोने की कीमत मंगलवार को तीन साल की सबसे बड़ी गिरावट के कारण आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 730 रुपये लुढ़ककर तीन महीने से अधिक के निचले स्तर 30,520 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया।...

सोने की कीमते 3 महीने के निचले स्तर पर,  1,750 रुपये सस्ती हुई चांदी
एजेंसीWed, 05 Oct 2016 10:24 PM
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विदेशी बाजारों में सोने की कीमत मंगलवार को तीन साल की सबसे बड़ी गिरावट के कारण आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 730 रुपये लुढ़ककर तीन महीने से अधिक के निचले स्तर 30,520 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया। वहीँ चांदी की कीमतों में 1,750 रुपये की बड़ी गिरावट के बाद करीब नौ सप्ताह के निचले स्तर पर 43,250 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गयी। लंदन एवं न्यूयॉर्क से प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोना हाजिर गत दिवस तीन फीसदी से ज्यादा को गोता लगाकर 1,270 डॉलर से नीचे इस साल 24 जून के बाद के निचले स्तर तक उतर गया। यह सितंबर 2013 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। हालांकि, आज इसने थोड़ी वापसी की और 4.5 डॉलर बढ़कर 1,272.3० डॉलर प्रति औंस पर रहा।

अमेरिकी सोना वायदा भी मंगलवार को तीन प्रतिशत से ज्यादा लुढ़कने के बाद आज 4.4 डॉलर चढ़कर होकर 1,274.10 डॉलर प्रति औंस बोला गया। विश्लेषकों के अनुसार, अमेरिका में कारखानों की गतिविधियां तेज होने के बाद भी डॉलर में गिरावट देखी गयी। प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर 0.1 फीसदी कमजोर हो गया। इसके अलावा चीन में राष्ट्रीय दिवस के जारी अवकाश के कारण बाजार बंद रहने से हाजिर मांग भी प्रभावित हुई। इससे इनकी कीमतों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा।

जानकारों के मुताबिक यदि अमेरिका में इस सप्ताह गैर-कृषि क्षेत्र के रोजगार आंकड़ा मजबूत आये तो कीमती धातुओं में आगे और गिरावट देखी जा सकती है। इस बीच, लंदन में चांदी 0.17 डॉलर ऊपर 17.94 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गयी। पिछले कारोबारी दिवस इसमें जनवरी 2015 के बाद की सबसे बड़ी एकदिनी गिरावट रही थी।

कारोबारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में पिछले कारोबारी दिवस आयी तीन फीसदी से अधिक की गिरावट के कारण स्थानीय स्तर पर भी पीली धातु की चमक फीकी पड़ी है। सफेद धातु भी विदेशी बाजारों के दबाव में रही है। त्योहारी माँग के जोर नहीं पकड़ने से इनकी कीमतें प्रभावित हुई हैं। उन्होंने कहा कि आनेवाले समय में भी इनके दाम अंतरराष्ट्रीय रुख तथा स्थानीय मांग पर निर्भर करेंगे।
 

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