उड़ने वाली कार 180km/h की रफ्तार से भरेगी उड़ान, बिक्री हुइ शुरू
यूं तो दुनिया की कई कार निर्माता कंपनियां उड़ने वाली कार बनाने में जुटी हैं, लेकिन नीदरलैंड की कंपनी पीएएल-वी ने सबसे पहले बाजी मारी है। पीएएल-वी ने इन कारों की बिक्री शुरू कर दी है और कंपनी उड़ने वाली...
यूं तो दुनिया की कई कार निर्माता कंपनियां उड़ने वाली कार बनाने में जुटी हैं, लेकिन नीदरलैंड की कंपनी पीएएल-वी ने सबसे पहले बाजी मारी है। पीएएल-वी ने इन कारों की बिक्री शुरू कर दी है और कंपनी उड़ने वाली कारों का प्री-बुकिंग ऑर्डर लेने लगी है। कंपनी ने इस कार के दो वेरिएंट लिबर्टी स्पोर्ट और लिबर्टी पायनियर पेश किए हैं। 2018 के अंत तक यह ग्राहकों तक पहुंच जाएंगी।
कंपनी ने लिबर्टी स्पोर्ट की शुरुआती कीमत 2.70 करोड़ रुपये तय की है और लिबर्टी पायनियर की कीमत 4.1 करोड़ रुपये रखी है। स्पोर्ट के लिए 6.60 लाख रुपये और पायनियर के लिए 16.70 लाख रुपये जमा कराकर इन कारों को बुक किया जा सकता है। हालांकि एक बार बुकिंग राशि देने के बाद अगर आपने उस कार को नहीं खरीदा तो वह बुकिंग की रकम वापस नहीं की जाएगी।
दो लोग कर सकते हैं सवारी
तीन पहियों वाली इस कार में दो लोगों के बैठने की व्यवस्था है। इस कार को कार्बन फाइबर, टाइटेनियम और एल्युमिनियम से तैयार किया गया है। इसकी छत पर रोटर ब्लेड्स लगे हुए हैं जो कि सड़क पर चलते समय सिमटकर बंद हो जाते हैं। इसमें दो शक्तिशाली इंजन को फिट किया गया है। एक इंजन सड़क पर ड्राइविंग और दूसरा इंजन उड़ने के लिए दिया गया है। कार को जमीन से उड़ान भरने में 5 से 10 मिनट का समय लगता है। पीएएल-वी के सीईओ रॉबर्ट डिंजमेन्स ने दावा किया कि यह कार दुनियाभर के सभी सुरक्षा मानकों पर खरी उतरती है।
तेज गति से सफर पूरा होगा
कार 10 मिनट में उड़ने के लिए तैयार हो जाती है और अधिकतम 180 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ सकती है। जमीन पर इसकी अधिकतम रफ्तार 161 किलोमीटर प्रति घंटे है। नौ सेकेंड में यह शून्य से 100 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार पकड़ लेती है। यह कार लगातार 1315 किलोमीटर चल सकती है। एक बार टैंक फुल होने पर यह हवा में 354 किलोमीटर उड़ सकती है और जमीन पर 1200 किलोमीटर चल सकती है। यह कार अधिकतम 4000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकेगी। इसके टैंक में 102.2 लीटर ईंधन भरा जा सकता है। एक लीटर ईंधन में यह कार 11 किलोमीटर चलती है।
650 फीट लंबे रनवे की जरूरत
इस कार को कहीं भी उड़ाने और उतारने की इजाजत कानून में नहीं है। इसे टेकऑफ कराने के लिए कम से कम 65 फीट चौड़े और 650 फीट लंबे रनवे की जरूरत होगी। वहीं इसे लैंड कराने के लिए कम से कम 100 फीट लंबे रनवे की जरूरत होगी। इसे सभी छोटे हवाई अड्डों, एयरोड्रोम, ग्लाइडर साइट और छोटे एयरफील्ड पर उतारा जा सकता है।
ड्राइविंग के लिए पायलट लाइसेंस जरूरी
यह कार हवा में उड़ती है इसलिए सिर्फ ड्राइविंग लाइसेंस से काम नहीं चलेगा। इसे खरीदने के इच्छुक लोगों के पास पायलट लाइसेंस भी होना जरूरी है। इस कार को चलाने के लिए इसके यंत्रों, नेविगेशन, मौसम आदि का ज्ञान भी होना चाहिए। उड़ते वक्त यह छोटे विमान जितना आवाज करती है, लेकिन इसकी आवाज हेलीकॉप्टर से काफी कम है।
दूसरी कंपनियां भी रेस में
पीएएल-वी के अलावा उड़ने वाली कार बनाने के रेस में स्लोवाकिया की एयरोमोबिल कंपनी भी है। एयरोमोबिल की फ्लाइंग कार 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से सड़क पर चलेगी और हवा में 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ेगी। यह कार केवल 150 फीट की घास पर भी लैंड कर सकती है और 690 किलोमीटर तक उड़ सकती है। इसे टेकऑफ के लिए 750 फीट का क्लियर रोड चाहिए। जल्द ही यह कार बाजार में आएगी। इसके अलावा मॉलर स्काईकार, टेराफुगिया ट्रांजिशन, कारप्लेन जीएमबीएच, पैराजेट स्काईकार जैसी दर्जनों कंपनियां उड़ने वाली कार लॉन्च करने की तैयारी में हैं।