जरा संभलिए ! यह उड़ता ड्रोन उड़ा लेगा आपके कंप्यूटर से डाटा
जरा सोचिए हवा में मंडराता एक अनजान ड्रोन आपके कंप्यूटर को हैक कर गोपनीय और महत्वपूर्ण डाटा चुरा ले जाए तो क्या होगा। दरअसल, वैज्ञानिकों ने हैकिंग की एक ऐसी तकनीक खोज निकाली है जिससे कंप्यूटर का...
जरा सोचिए हवा में मंडराता एक अनजान ड्रोन आपके कंप्यूटर को हैक कर गोपनीय और महत्वपूर्ण डाटा चुरा ले जाए तो क्या होगा। दरअसल, वैज्ञानिकों ने हैकिंग की एक ऐसी तकनीक खोज निकाली है जिससे कंप्यूटर का संवेदनशील डाटा ड्रोन के जरिए चुराया जा सकेगा। इस तकनीक में कंप्यूटर की एलईडी लाइट डाटा चुराने के अहम जरिया बनेगी। आइए जानते हैं कंप्यूटर से डाटा चुराने वाली इस खास तकनीक के बारे में।
इजराइल की ‘बेन गुरियन यूनिवर्सिटी’ (बीजीयू) के खोजकर्ताओं ने डाटा हैक करने वाली इस नई तकनीक को खोजा है। इनका दावा है कि इन्होंने कंप्यूटर की एलईडी लाइट के जरिए डाटा चुराने वाला मॉडल तैयार किया है। डाटा चुराने की इस अत्याधुनिक कला का इस्तेमाल इससे पहले कभी नहीं हुआ है।
ऐसे कंप्यूटर का डाटा चुराएगा ड्रोन
ड्रोन के जरिए कंप्यूटर का डाटा चुराने के लिए हैकर को सबसे पहले टारगेट किए गए कंप्यूटर में पेन ड्राइव या यूएसबी केबल के जरिए मालवेयर वायरस अपलोड करना होगा। वायरस अपलोड होने के बाद कंप्यूटर की एलईडी लाइट अपनी रोशनी से एक कोड बना देगी जिसे विज्ञान की भाषा में ‘मोर्स कोड’ कहा जाता है। इसके बाद रिमोट के जरिए उड़ाया जा रहा ड्रोन दूर से ही संवेदनशील कंप्यूटर को सर्च कर लेगा। यह ड्रोन एक खास स्कैनर से लैस होगा जो एलईडी लाइट द्वारा बनाए गए मोर्स कोड को पढ़ने में सक्षम होगा। ड्रोन के दायरे में आते ही संवेदनशील कंप्यूटर उससे जुड़ जाएगा और डाटा भेजने लगेगा। खोजकर्ताओं ने इस मॉडल को ‘एयर गैप’ नाम दिया है। उनका कहना है कि डाटा चोरी करने की प्रक्रिया के दौरान यदि कोई व्यक्ति ड्रोन और कंप्यूटर की कनेक्टिविटी के बीच आ जाता है तब भी दोनों के बीच कनेक्शन नहीं टूटेगा।
4000 बिट प्रति सेकेंड की रफ्तार से डाटा ट्रांसफर करता है
बीजीयू रिसर्च एंड डेवलपमेंट विभाग के प्रमुख डॉक्टर मॉर्डचाई गुरी का कहना है कि एयर गैप मॉडल के जरिए कंप्यूटर में मौजूद बड़ी से बड़ी फाइल को सेकेंडों में चोरी किया जा सकता है। खोजकर्ताओं का कहना है कि यह 4000 बिट प्रति सेकेंड की रफ्तार से डाटा ट्रांसफर करता है। यानी पलक झपकते ही कंप्यूटर से कई अहम और बड़ी फाइलें चुराई जा सकती हैं। डाटा चुराने वाले ड्रोन को कंप्यूटर के ज्यादा करीब जाने की भी जरूरत नहीं है। यह कई मीटर की दूरी से ही कंप्यूटर से संपर्क स्थापित कर डाटा चोरी करने में माहिर है। घर, ऑफिस या बिल्डिंग में रखे कंप्यूटर का डाटा इस ड्रोन की नजर से बच नहीं पाएगा।
डाटा चोरी होने पर एलईडी से संकेत मिलेगा
एयर गैप मॉडल को तैयार करने वाले इन विद्वानों ने इससे बचने की तरकीब भी निकाल ली है। दरअसल इन्होंने हार्ड ड्राइव में लगने वाली एक छोटी सी एलईडी लाइट को डिजाइन किया है। जब भी कोई व्यक्ति एयर गैप मॉडल के जरिए आपके कंप्यूटर से डाटा चुराने का प्रयास करेगा तब यह एलईडी लाइट तेजी से टिम-टिमाकर यूजर को खतरे का संकेत दे देगी। डाटा चोरी होने का संकेत देने वाली एलईडी लाइट पर नजर पड़ते ही यूजर को जल्दी से हरकत में आना होगा। इस दौरान यूजर को सबसे पहले कंप्यूटर की रनिंग फाइल को ‘एंड प्रोसेस’ करना होगा। फिर कंप्यूटर को इंटरनेट कनेक्शन सर्विस से बिल्कल अलग करना होगा और इसके बाद अपने चालू कंप्यूटर या लैपटॉप को तुरंत बंद करना पड़ेगा।