एमएमटीसी आयात करेगी 10,000 टन प्याज
सरकारी उपक्रम एमएमटीसी ने प्याज की घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और इसकी कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए पाकिस्तान, मिस्र, चीन और अफगानिस्तान जैसे देशों से 10,000 टन प्याज का आयात के लिए बोली आमंत्रित की है। यह...
सरकारी उपक्रम एमएमटीसी ने प्याज की घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और इसकी कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए पाकिस्तान, मिस्र, चीन और अफगानिस्तान जैसे देशों से 10,000 टन प्याज का आयात के लिए बोली आमंत्रित की है। यह दूसरी निविदा है जिसे एमएमटीसी ने जारी किया है। इससे पहले उसने 45 रुपये प्रति किलो की दर से 1,000 टन का आयात बोली को अंतिम रूप दिया है और इसकी खेप 10 सितंबर तक पहुंचने की उम्मीद है।
मांग की तुलना में करीब पांच लाख टन कमी के कारण खुदरा बाजार में प्याज की कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई जिसके कारण सरकार ने प्याज का आयात करना शुरू किया है। एमएमटीसी के अनुसार पाकिस्तान, मिस्र, चीन, अफगानिस्तान अथवा अन्य देशों से 10,000 टन प्याज आयात के लिए वैश्विक आपूर्तिकर्ताओं से बोली आमंत्रित की है। बोली चार सितंबर तक जमा करानी है और 10 सितंबर तक वैध रहेंगी। आयात शिपमेंट 15 सितंबर तक पहुंचनी चाहिये। बोली कम से कम 1,000 टन के लिए लगानी होगी।
बोली में प्राप्त मूल्य के आधार पर आयात मात्रा घटाई अथवा बढ़ाई जा सकती है। एमएमटीसी को कहा गया है कि बाजार में प्याज की आपूर्ति बढ़ने और कीमतों के कम होने तक वह एक के बाद एक निविदा जारी करता रहे। सरकार ने प्याज की कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए कई उपाय किये हैं। प्याज के निर्यात पर अंकुश लगाने के लिये इसके न्यूनतम निर्यात मूल्य में भारी वद्धि कर इसे 700 डॉलर प्रति टन कर दिया गया है।
महाराष्ट्र सहित सभी प्रदेश सरकारों से कहा गया है कि वे जमाखोरों और कालाबाजारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें। कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए सहकारिता संस्था नाफेड के साथ साथ केन्द्रीय एजेंसी एसएफएसी सब्सिडीप्राप्त दर पर मूल्य के प्रति संवेदनशील माने जाने वाले दिल्ली के बाजारों में प्याज की आपूर्ति को बढ़ाने में लगी है। यहां तक कि दिल्ली सरकार ने 30 रुपये प्रति किलो की रियायती दर पर प्याज बेचना शुरू किया है।