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Hindi News4 chrome extensions will impress your boss

बॉस का चहेता बनाएंगे ये 4 क्रोम एक्सटेंशन

ऑफिस में बॉस की आंखों का तारा बनना भला कौन नहीं चाहेगा। हालांकि काम के दौरान कभी डेस्कटॉप पर आने वाले एप नोटिफिकेशन यूजर का ध्यान भटकाकर उसकी उत्पादक क्षमता को प्रभावित करते हैं तो कभी फाइलों और ईमेल...

बॉस का चहेता बनाएंगे ये 4 क्रोम एक्सटेंशन
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 27 Jul 2016 04:39 PM
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ऑफिस में बॉस की आंखों का तारा बनना भला कौन नहीं चाहेगा। हालांकि काम के दौरान कभी डेस्कटॉप पर आने वाले एप नोटिफिकेशन यूजर का ध्यान भटकाकर उसकी उत्पादक क्षमता को प्रभावित करते हैं तो कभी फाइलों और ईमेल में स्पेलिंग या व्याकरण को लेकर की गई मामूली गलती बॉस की नजरों में उसकी छवि बिगाड़ देती है। ऐसे में कुछ क्रोम एक्सटेंशन डाउनलोड कर अपनी कार्य क्षमता और योग्यता में सुधार ला सकते हैं। 

बूमरैंग कैलेंडर
Boomerang Calendar जीमेल और गूगल कैलेंडर के साथ मिलकर काम करता है। यह यूजर के अकाउंट में मौजूद ईमेल को खंगालकर याद दिलाता है कि किस तारीख पर, किस समय, किस व्यक्ति के साथ उसकी मीटिंग निर्धारित है। यही नहीं, यूजर जब किसी नई मीटिंग की योजना बना रहे होते हैं तो एक्सटेंशन में मौजूद ‘सजेस्ट टाइम्स टू मीट’ फीचर पर क्लिक कर पता लगा सकते हैं कि किस दिन उनके पास खाली समय बचा हुआ है। जीमेल अकाउंट पर दिन भर के कामकाज का खांका खींचने और बॉस, सहकर्मियों या क्लाइंट के साथ प्रस्तावित मीटिंग का समय याद रखने में यह मुफ्त एक्सटेंशन खासा कारगर साबित हो सकता है।

स्टे फोकस्ड
क्रोम वेबस्टोर पर मुफ्त में उपलब्ध ‘स्टे फोकस्ड’ उन वेबसाइट को ब्लॉक करने की सुविधा देता है, जिनका यूजर के दफ्तरी काम से कोई लेना-देना नहीं है और जो उसकी उत्पादक क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। Stay Focused  पर जाकर यूजर को बस उस वेबसाइट का यूआरएल डालना पड़ता है, जिसका इस्तेमाल वह काम के दौरान बाधित रखना चाहता है। इसके बाद जब यूजर गूगल क्रोम पर ब्लॉक किया गया यूआरएल टाइप करेगा तो संबंधित साइट खुलने के बजाय स्क्रीन पर उसे काम पर ध्यान देने की सलाह नजर आएगी। ‘स्टे फोकस्ड’ पर वेबसाइट को ब्लॉक करने की समयसीमा तय करने का विकल्प भी मौजूद है।

इंस्टेंट ट्रांसलेट
Instant Translate क्रोम वेबस्टोर पर मुफ्त में मौजूद ऐसा एक्सटेंशन है, जो स्क्रीन पर अलग से ‘ट्रांसलेट विंडो’ उपलब्ध कराता है। यूजर को विंडो पर क्लिक करके दो भाषाएं चुननी पड़ती हैं। पहली जिसके शब्दों का वह  अनुवाद करना चाहता है और दूसरी जिसमें  वह शब्दों का अर्थ हासिल करना चाहता है। इसके बाद ईमेल या दस्तावेज में मौजूद किसी भी शब्द को चुनते ही विंडो में उसका अर्थ नजर आने लगता है। ‘इंस्टेंट ट्रांसलेट’ हिंदी, अंग्रेजी, बांग्ला, गुजराती, मलयालम, मराठी, पंजाबी, सिंधी, तमिल, तेलुगु और ऊर्दू भाषा के शब्दों का अनुवाद करने की सुविधा देता  है। यह उन शब्दों को भी सहेजता जाता है, जिनका यूजर ने अनुवाद किया है।

टाइप डॉट फू
अक्सर जल्दबाजी में कोई ईमेल या मैसेज टाइप करने पर यूजर से स्पेलिंग को लेकर गलतियां हो जाती हैं। बैकस्पेस या डिलीट बटन दबाकर स्पेलिंग नए सिरे से टाइप करना तो मुमकिन है, लेकिन इसमें समय की काफी बर्बादी होती है। यूजर इस समस्या से बचने के लिए Type.fu का सहारा ले सकते हैं। ईमेल लिखते वक्त यह एक्सटेंशन शब्दों की सही स्पेलिंग सुझाता है। इतना ही नहीं, ‘टाइप डॉट फू’ स्पेलिंग का ज्ञान सुधारने के लिए तरह-तरह के टेस्ट देने की सुविधा भी प्रदान करता है। साथ ही बताता है कि यूजर ने एक शब्द टाइप करने में कितना वक्त लगाया। इसे डाउनलोड करने के लिए 342 रुपये का शुल्क अदा करना पड़ता है।
 

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