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सीवानः झोलाछाप डॉक्टर की हत्या के विरोध में एनएच जाम

भगवानपुर के सोन्धानी गांव के ओंकारनाथ श्रीवास्तव उर्फ डॉ. मुन्ना की हत्या के 4 दिन बाद भी पुलिस के घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार नहीं करने से लोग बुधवार की सुबह पुन: आक्रोशित हो गए। शव को मुख्य...

सीवानः झोलाछाप डॉक्टर की हत्या के विरोध में एनएच जाम
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 26 Aug 2015 06:41 PM
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भगवानपुर के सोन्धानी गांव के ओंकारनाथ श्रीवास्तव उर्फ डॉ. मुन्ना की हत्या के 4 दिन बाद भी पुलिस के घटना में शामिल लोगों को गिरफ्तार नहीं करने से लोग बुधवार की सुबह पुन: आक्रोशित हो गए। शव को मुख्य बाजार में रख मलमलिया-छपरा एनएच-101 को जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाते हुए बाजार में जमकर प्रदर्शन किया।

आक्रोशितों के आगे प्रशासन बेबस नजर आया। लगभग 4 घंटे बाद महाराजगंज एसडीपीओ संजीत कुमार प्रभात के हत्या में शामिल नामजदों की शीघ्र गिरफ्तारी के आश्वासन पर लोग शांत हुए व मार्ग पर यातायात बहाल हुआ। इससे पहले ओंकार नाथ श्रीवास्तव का शव पटना से मंगलवार की शाम भगवानपुर पहुंचते ही लोगों ने जमकर बवाल किया।

महाराजगंज इंस्पेक्टर नंदू शर्मा के नेतृत्व में कई थानों की पहुंची पुलिस ने किसी तरह लोगों को शांत करा कर घर भेजा। शनिवार को सारण जिले के मशरख थाने के गांव के राणा प्रताप सिंह व सुनील तिवारी के बेटे ने ओंकारनाथ श्रीवास्तव को गोली मार दी थी। घटना के बाद दोनों फरार हो गए। इधर, गंभीर रूप से घायल पूर्व बीडीसी सदस्य ओंकार नाथ को पटना रेफर कर दिया गया।

सोमवार की मध्यरात्रि इलाज के क्रम में उन्होंने दम तोड़ दिया। मौत की सूचना आते ही लोगों का आक्रोश भड़क उठा। लोगों का कहना था कि प्रशासन जानबूझ कर आरोपितों को गिरफ्तार नहीं कर रहा है। बुधवार की सुबह सड़क जाम होते ही भगवानपुर थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार मिश्र, बीडीओ रवि सिन्हा व सीओ पंकज कुमार ने आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास किया।

बावजूद लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं थे। लोगों के तेवर देख बसंतपुर थानाध्यक्ष अरविंद पासवान व गोरेयाकोठी के पुलिस अफसर अमित कुमार भी दलबल के साथ भगवानपुर पहुंचे। बावजूद प्रदर्शनकारी टस से मस नहीं हुए। वे डीएम व एसपी को बुलाने की मांग कर रहे थे। बाद में महाराजगंज एसडीपीओ ने वहां पहुंच आक्रोशित लोगों से बात की व हर हाल में नामजद लोगों को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोग शांत हुए।

पटना से शव आने पर भी हुआ प्रदर्शन
मंगलवार की शाम करीब आठ बजे डॉ. मुन्ना का शव जैसे ही पटना से भगवानपुर पहुंचा तो पुरानी बाजार पर काफी संख्या में लोग जमा हो गये। लोग पहले से ही इंतजार में खडे़ थे। लगभग आधे घंटे तक लोगों ने शव आने पर प्रदर्शन किया जिला प्रशासन हाय-हाय का नारे लगाये। उसके बाद रात में शव को जुलूस के साथ घर ले जाया गया। इंस्पेक्टर नंदू शर्मा ने भगवानपुर व बसंतपुर थानाध्यक्षों के साथ भगवानपुर पुरानी बाजार में कैंप किया। साथ में बीडीओ सीओ मौजूद दिखे। उसके बाद पुलिस ने उसके संभावित ठीकानों पर छापेमारी की।

जुलूस के साथ शव को घर से लाया गया
अपराधियों की गोली से मृत झोलाछाप डॉक्टर मुन्ना के शव को बुधवार की सुबह उनके घर से जुलूस के साथ बाजार पर लाया गया, जिसमें सोंधानी, मदन पप्ती, ब्राहिमपुर, धर्मासती, कोड़रा, भगवानपुर, सारीपप्ती, मोहम्मदपुर, रामपुर सहित कई गांवों के लोग शामिल थे। भगवानपुर में प्रदर्शन के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। बड़े बेटे अक्षय ने मुखाग्नि दी। उनकी मौत से लोग काफी मर्माहत एवं आक्रोशित थे। वे हमेशा गरीबों का कम पैसे में गांव में घूमकर बेहतर इलाज करते थे।

मृतक के परिजनों ने बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने की मांग की थी
मृतक के भाई डब्ल्यू तथा उनके पुत्रों ने वरीय अधिकारियों से बेहतर स्वास्थ्य सेवा की मांग की थी ताकि उनकी जान बच सके। उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होती तो शायद उनकी जान बच सकती थी।

गोली लगने के लगभग बारह घंटे के बाद पटना में ऑपरेशन कर उनके शरीर से गोली निकाली गयी। अधिक देर तक शरीर में गोली रहने से उनकी जान चली गयी। यहां पर ऑपरेशन की बेहतर सुविधा होती तो उनकी जान बचायी जा सकती थी। पदाधिकारियों ने इस संबंध में डीएम से बात कर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही थी।

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