पीएमसीएच में अफरा-तफरी का माहौल
भूकंप में घायलों को पीएमसीएच लाने की सूचना मिलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इमरजेंसी से तत्काल 30 बेड खाली करा दिए गए। यहां भर्ती मरीजों को वार्ड में भेज दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री...
भूकंप में घायलों को पीएमसीएच लाने की सूचना मिलते ही अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल हो गया। इमरजेंसी से तत्काल 30 बेड खाली करा दिए गए। यहां भर्ती मरीजों को वार्ड में भेज दिया गया। स्वास्थ्य मंत्री रामधनी सिंह अस्पताल के इमरजेंसी में कैंप किए तथा जरूरी दवाओं को तत्काल उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
शाम पांच बजे छपरा से उमरावती देवी को इमरजेंसी लाया गया। उसे सिर और छाती में गंभीर चोट थी। उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। कुछ देर में दानापुर की उर्मिला देवी, आलमगंज की विशाखा कुमारी और नालंदा के अजीत कुमार को भी अस्पताल लाया गया। उर्मिला को साधारण चोट थी इसीलिए डॉक्टरों ने उसे छुप्ती दे दी। दो अन्य का उपचार इमरजेंसी में चल रहा है। दोनों की स्थिति खतरे से बाहर है। इधर, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर स्वास्थ्य मंत्री शाम पांच बजे अस्पताल पहुंचे। घायलों का हालचाल जाना तथा दवाएं मुफ्त में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। स्वास्थ्य विभाग ने सभी चिकित्साधिकारियों को अलर्ट कर दिया है। जीवनरक्षक दवाएं रखने को कहा गया है। एंबुलेंस चालकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की छुप्ती रद कर दी गई है। अगले 48 घंटे तक अलर्ट रहने को कहा गया है।
ऑपरेशन थियेटर में गाउन पहने भागे डॉक्टर-नर्स
भूकंप के समय पीएमसीएच के सात ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी चल रही थी। पहले झटके में ही डॉक्टर गाउन पहने ओटी से बाहर निकल आए। उनके साथ नर्स और अन्य स्टॉफ भी थे। ऑपरेशन थियेटर में टेबल पर लेटे मरीजों को कुछ हो न जाए, इसीलिए डॉक्टर और स्टाफ फिर काम में लग गए। इसी बीच दूसरा झटका आया तो फिर डॉक्टर ओटी से भाग खड़े हुए। सात ओटी में 16 ऑपरेशन किए गए। उसके बाद डॉक्टरों ने दूसरे दिन के लिए ऑपरेशन टाल दिया।