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बिहार के छपरा में आवेदकों ने किया शिक्षक नियोजन पत्र के लिए आगजनी

करीब छह माह से नियोजन पत्र नहीं मिलने से नाराज शिक्षक अभ्यर्थी सोमवार को उग्र हो गये। नियोजन पत्र देने के लिए बुलाये जाने के बाद भी नहीं दिये जाने की सूचना मिलते ही आवेदकों ने सुबह के पहर में डीडीसी...

बिहार के छपरा में आवेदकों ने किया शिक्षक नियोजन पत्र के लिए आगजनी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 03 Aug 2015 07:01 PM
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करीब छह माह से नियोजन पत्र नहीं मिलने से नाराज शिक्षक अभ्यर्थी सोमवार को उग्र हो गये। नियोजन पत्र देने के लिए बुलाये जाने के बाद भी नहीं दिये जाने की सूचना मिलते ही आवेदकों ने सुबह के पहर में डीडीसी कार्यालय के सामने हंगामा और प्रदर्शन किया। दोपहर बाद काउंसलिंग में चयनित आवेदकों ने शहर में नगरपालिका कार्यालय के सामने से थाना चौक की ओर जानेवाली सड़क की दोनों लेन में आगजनी कर जाम कर दिया। इससे वाहनों की आवाजाही घंटेभर के लिए बाधित हुई। यहां तक कि स्कूली बसों को भी महिला और पुरुष आवेदकों ने रोक दिया। आवेदक राज्य सरकार के खिलाफ भी नारेबाजी कर रहे थे।

आवेदकों का कहना था कि 22 जुलाई को काउंसिलिंग करा ली गई। लेकिन, अब तक नियोजन पत्र नहीं मिल सका। जबकि, काउंसिलिंग के बाद चयनित आवेदकों को नियोजन पत्र उसी दिन देना था। उस दिन नियोजन पत्र शाम तक नहीं मिला तो आवेदकों को 3 अगस्त को नियोजन पत्र देने के लिए बुलाया गया था। मगर , सोमवार को जब आवेदक पहुंचे तो पता चला कि अभी नियोजन पत्र तैयार ही नहीं है। इसी से उग्र होकर आवेदकों ने डीडीसी के कार्यालय के पास फिर डीएम से मिलकर इस संबंध में अपनी बात रखी।

दोपहर तक शिक्षा विभाग कैंपस में आवेदक निर्णय का इंतजार करते रह गए पर कुछ भी निर्देश नहीं मिला। इसी से उग्र होकर महिला-पुरुष अभ्यर्थियों ने जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। नारेबाजी करते हुए आवेदक मुख्य गेट के सामने पक्की सड़क पर आकर धरना पर बैठ गए। इससे नगरपालिका चौक से थाना चौक की ओर जानेवाली सड़क के दोनों लेन पर यातायात बाधित हो गया। बाद में नगर थाने की पुलिस ने पहुंचकर आवेदकों को समझा-बुझाकर शांत कराया। फिर आवेदक डीएम से मिलने के लिए रवाना हो गये।

ज्ञात हो कि जिला पर्षद शिक्षक नियोजन इकाई के तहत माध्यमिक के 543 व प्लस टू के 483 आवेदकों से आवेदन लिया गया था। कई चरणों में नियोजन की प्रक्रिया शुरू करने के बाद भी सीटें खाली रह गई थीं। वहीं स्थापना के डीपीओ अजीत सिंह का कहना है कि नियोजन पत्र देने की तैयारी कर ली गई है। लेकिन, नियोजन पत्र देने से पहले विभाग के वरीय अफसरों से आदेश की मांग की गई है। क्योंकि, नियोजन पत्र देने की तिथि 22 जुलाई ही थी। अब देने के लिए अनुमति लेना अनिवार्य होगा।

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