बिहार में अतिवृष्टि को केंद्र ने माना राष्ट्रीय आपदा: श्रीनिवास
फसल नुकसान का जायजा लेने बिहार आई दस सदस्यीय केंद्रीय टीम के नेतृत्वकर्ता कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव केएस श्रीनिवास ने कहा है कि चक्रवाती तूफान, ओलावृष्टि, बाढ़, भूकंप आदि राष्ट्रीय आपदा की श्रेणी...
फसल नुकसान का जायजा लेने बिहार आई दस सदस्यीय केंद्रीय टीम के नेतृत्वकर्ता कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव केएस श्रीनिवास ने कहा है कि चक्रवाती तूफान, ओलावृष्टि, बाढ़, भूकंप आदि राष्ट्रीय आपदा की श्रेणी में आते हैं। अतिवृष्टि राष्ट्रीय आपदा की श्रेणी में नहीं आती है। लेकिन, केंद्र सरकार ने इस वर्ष से अतिवृष्टि व अन्य स्थानीय आपदाओं को राष्ट्रीय आपदा की श्रेणी में माना है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें राज्य की आपदा कार्रवाई कोष (एसडीआरएफ) में से 10 फीसदी तक की राशि से सहायता कर सकती है। 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार बिहार को 2015-16 में एसडीआरएफ मद में 469 करोड़ रुपए मिले हैं, जो पिछले वित्तीय वर्ष 2014-15 से 62.43 करोड़ अधिक है।
ओलावृष्टि व अतिवृष्टि से नुकसान की भरपाई केंद्र सरकार राष्ट्रीय आपदा कोष से करेगी। अतिवृष्टि या अन्य स्थानीय आपदाओं से प्रभावित राज्य एसडीआरफ के तहत उपलब्ध राशि में से 10 फीसदी तक खर्च करके सहायता कर सकती है। कई राज्य सरकारें अपने बजट से भी राशि मिलाकर अधिक सहायता दे रही हैं। बिहार सरकार भी अपने बजट की राशि में से भी सहायता कर सकती है।
फसल नुकसान का जायजा लेने के दौरान बिहार सरकार से मांगी गई जानकारी पर संयुक्त सचिव ने कहा है कि अंतरमंत्रालयीय केंद्रीय टीम की ओर से चक्रवात व ओलावृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी अलग से मांगना स्वाभाविक है। अन्य राज्यों से भी इस तरह की सूचना मांगी गई है और उन्होंने उपलब्ध भी कराई है।
यह ठीक है कि राज्य सरकारों के पास ओलावृष्टि मापने के यंत्र नहीं हैं पर राज्य सरकार के पास पंचायत स्तर पर पर्याप्त संख्या में कर्मचारी उपलब्ध हैं, जो ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन करते हैं। बतौर टीम लीडर संयुक्त सचिव ने यह भी साफ किया वे केरल के रहने वाले हैं और शुद्ध शाकाहारी हैं। उन्होंने केंद्रीय टीम की गाड़ी खराब होने की बात को भी गलत करार दिया।