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मुख्यमंत्री नीतीश का दावा राज्य के सभी क्षेत्रों में हुआ विकास

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 10 वर्षों में तमाम मानकों पर राज्य के विकास और वृद्धि दरों का हवाला देते हुए कहा है कि सभी क्षेत्रों में भरपूर तरक्की हुई। सवालिया लहजे में कहा कि विकास इसे नहीं तो...

मुख्यमंत्री नीतीश का दावा राज्य के सभी क्षेत्रों में हुआ विकास
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Jul 2015 10:20 PM
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले 10 वर्षों में तमाम मानकों पर राज्य के विकास और वृद्धि दरों का हवाला देते हुए कहा है कि सभी क्षेत्रों में भरपूर तरक्की हुई। सवालिया लहजे में कहा कि विकास इसे नहीं तो किसे कहते हैं? कहा कि जिन्हें यह विकास नहीं दिखता है, उनकी मैं कोई मदद नहीं कर सकता हूं। हां, मैंने आंख का ऑपरेशन कराया है, उन्हें आंख के विशेषज्ञ डॉक्टर का नाम बता सकता हूं। श्री कुमार सोमवार को यहां मुख्यमंत्री सचिवालय के संवाद कक्ष में अपनी सरकार का 10वां रिपोर्ट कार्ड पेश कर रहे थे।

कुमार ने कहा कि उन्होंने अपने दोनों कार्यकाल (2005 से 2010 और 2010 से 15) के लिए सुशासन के न सिर्फ कार्यक्रम तय किए बल्कि उनको लागू करने में भी कामयाब रहे। सरकार की जवाबदेही का पूरी निष्ठा से निर्वहन किया। अपने मार्गदर्शक सिद्धांत-सूबे में कानून का राज और न्याय के साथ विकास को अमलीजामा पहनाया। बिहार बदला है और बाहर के लोगों में उसकी छवि और धारणा भी बदली है।

सबका विकास हुआ
पहले लोग बिहार आने से डरते थे, अब यहां आने को उत्सुक रहते हैं। यह बिहार के विकास की दास्तां है। उसकी तस्वीर है। बिहार प्रगति के पथ पर है। समाज के हर तबके को विकास का लाभ मिला है। राज्य सरकार का मानव और सामाजिक पर सर्वाधिक जोर रहा। सबका विकास हुआ है। सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली समेत बुनियादी ढांचा और मानव विकास के क्षेत्र में उपलब्धियों का आंकड़ा पेश करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दस वर्षों में यह अभूतपूर्व कामयाबी है।

छात्रों के बराबर पहुंची छात्राओं की संख्या
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2007 में जब उन्होंने साइकिल योजना शुरू की तो उस समय 1 लाख 70 हजार छात्राएं स्कूलों में दाखिल थीं। आज यह संख्या 8.15 लाख है। आज उच्चतर माध्यमिक में भी छात्राओं की संख्या छात्रों के बराबर पहुंच गई है। छत्रों की संख्या 8 लाख 28 हजार 347 है तो छात्राओं की संख्या 8 लाख 15 हजार 837 है। कहा कि मेरी समझ में यह सबसे बड़ी उपलब्धि है जो राज्य के विकास का मार्ग प्रशस्त करेगा।

देश-विदेश में हुआ अध्ययन
यही है बिहार के विकास का अपना मॉडल। देश और विदेश में भी साइकिल योजना का अध्ययन हुआ और माना गया कि जहां स्कूलों से बाहर के बच्चों की तादाद या ड्रापआउट ज्यादा है वहां के लिए यह सबसे बेहतर योजना है। स्कूलों में छात्राओं की संख्या बढ़ाने में साइकिल और पोशाक योजना का प्रयोग बेहद सफल और उपयोगी रहा।

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