कांग्रेस ने एसएसपी के खिलाफ एफआईआर को दिया आवेदन
वरीय पुलिस अधीक्षक विकास वैभव द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी के खिलाफ गांधी मैदान थाने में सनहा दर्ज कराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मंगलवार को कांग्रेस नेताओं ने अनुसूचित जाति जनजाति...
वरीय पुलिस अधीक्षक विकास वैभव द्वारा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी के खिलाफ गांधी मैदान थाने में सनहा दर्ज कराने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मंगलवार को कांग्रेस नेताओं ने अनुसूचित जाति जनजाति थाने में एसएसपी विकास वैभव के खिलाफ दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। वहीं अशोक चौधरी ने एसएसपी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन की कार्रवाई करने के लिए विधान परिषद के सभापति को पत्र लिखा है।
प्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति/जनजाति विभाग के अध्यक्ष नागेंद्र पासवान विकल ने एससीएसटी थाने में एसएसपी के खिलाफ दलित उत्पीड़न की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। लिखा है कि श्री चौधरी ने उनके सामने एसएसपी से मोबाइल फोन से बात की थी। बातचीत में उन्होंने अनुरोधपूर्वक कहा था कि एनएसयूआई के लोगों ने 22 जुलाई 2013 को शिक्षा मंत्री पीके शाही के आवास के सामने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया था।
यह राजनैतिक कार्यक्रम था। ये लोग राजनैतिक व्यक्ति हैं, अत: इस मामले को आप देखें। इस अनुरोध के बाद एसएसपी द्वारा गांधी मैदान थाने में गलत तरीके से मुकदमा दर्ज कराया गया। इससे दलित समुदाय आहत है। आरोप लगाया है कि एसएसपी दलित विरोधी होने के साथ ही सामंती विचारधारा के हैं। श्री विकल ने बताया है कि बुधवार को वे इस मामले में सीजेएम कोर्ट में वाद दायर करेंगे।
उधर, विधान परिषद के सभापति को लिखे पत्र में चौधरी ने कहा है कि उन्होंने पूरी मर्यादा के साथ एसएसपी से बातचीत की थी। स्पष्ट किया है कि उनकी मंशा सरकारी कार्य में हस्तक्षेप की नहीं रही है। एसएसपी विकास वैभव द्वारा सनहा दर्ज करने के साथ ही समाचार पत्रों में बयान देकर उन्हें अपमानित किया गया है।
एसएसपी ने उनके संसदीय आचरण पर अनुचित ढंग से प्रभाव डालने का प्रयास किया है, जो विशेषाधिकार भंग अवमानना की श्रेणी में आता है। अनुरोध किया है कि एसएसपी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का वाद चलाया जाए। सदन की विशेषाधिकार समिति से इस मामले की जांच कराने की मांग की है।