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बिहार में कांग्रेस का केंद्र पर हल्ला बोल आज से

अमेठी में राहुल गांधी द्वारा केंद्र सरकार को दस में जीरो नंबर देने के साथ ही अब राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के बड़े नेता केंद्र सरकार की नाकामियों पर हल्ला बोलने की तैयारी में हैं। बिहार में यह मुहिम...

बिहार में कांग्रेस का केंद्र पर हल्ला बोल आज से
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 19 May 2015 10:49 PM
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अमेठी में राहुल गांधी द्वारा केंद्र सरकार को दस में जीरो नंबर देने के साथ ही अब राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के बड़े नेता केंद्र सरकार की नाकामियों पर हल्ला बोलने की तैयारी में हैं। बिहार में यह मुहिम बुधवार से शुरू हो रही है। लगातार छह दिनों तक कांग्रेस के दिग्गज नेता बिहार आएंगे और प्रेसवार्ता के माध्यम से केंद्र सरकार की नाकामियां गिनाएंगे।

बिहार में इस अभियान की शुरुआत बुधवार को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता पूर्व सांसद डा. अजय कुमार तथा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक चौधरी सदाकत आश्रम स्थित पार्टी मुख्यालय में पत्रकारवार्ता से करेंगे। गुरुवार 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में आयोजित बलिदान दिवस कार्यक्रम में एआईसीसी के महासचिव बिहार प्रभारी सीपी जोशी, सचिव सह बिहार प्रभारी परेश घनानी, सचिव केएल शर्मा, महासचिव डा. शकील अहमद शिरकत कर रहे हैं।

22 मई को अभिनेता व सांसद राजबब्बर पटना में प्रेसवार्ता करेंगे। 23 मई को पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र भंवर सिंह, 24 मई को सीपी जोशी और 25 मई को संजय निरूपम प्रेसवार्ता कर केंद्र सरकार के कामकाज की पोल खोलेंगे।

राहुल गांधी के बयान का स्वागत
पटना। हिन्दुस्तान ब्यूरो। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने राहुल गांधी द्वारा अमेठी में केंद्र की मोदी सरकार को दस में से जीरो नंबर दिए जाने का स्वागत किया है। कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि राहुल गांधी का यह बयान तथ्यों पर आधारित है। पिछले एक महीने से देश के किसानों, मजदूरों, आम जनता तथा समाज के बीच जाकर लोगों का दुख दर्द जानने के बाद उन्होंने यह बयान दिया है।

पार्टी प्रवक्ता हरखू झा ने कहा है कि केंद्र सरकार के एक साल का कार्यकाल सिर्फ भाजपा के लिए प्रचार सामग्री हो सकती है। देश का बुद्धिजीवी वर्ग जान गया है कि नरेंद्र मोदी किस तरह का शासन चला रहे हैं। अब भी चार प्रदेशों में मुख्य न्यायाधीश का पद तथा दर्जनों न्यायाधीश का पद रिक्त है। बिहार समेत कई राज्यों में राज्यपाल जैसे महत्वपूर्ण पद खाली हैं। न्यायपालिका, कार्यपालिका के साथ ही विधायिका के क्षेत्र में भी यह सरकार सफल नहीं दिख रही है। बिहार में रेलवे, हाइवे, बिजली, अस्पताल जैसी कई केंद्रीय योजनाओं की तरफ इस सरकार का कोई ध्यान नहीं है।

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