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नीतीश ने बाढ़ व सुखाड़ का लिया जायजा, डीजल सब्सिडी देने का दिया निर्देश

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सभी जिलों के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति और उससे निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। सूबे के 38 में 21 जिले ऐसे हैं, जहां अभी तक...

नीतीश ने बाढ़ व सुखाड़ का लिया जायजा, डीजल सब्सिडी देने का दिया निर्देश
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 23 Jul 2015 09:46 PM
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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को सभी जिलों के डीएम के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति और उससे निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। सूबे के 38 में 21 जिले ऐसे हैं, जहां अभी तक सामान्य से काफी कम बारिश हुई है। इनमें अधिकांश उत्तर बिहार और सीमांचल के जिले हैं। मुख्यमंत्री ने औसत से कम वर्षापात वाले जिलों के डीएम को धान के बिचड़े बचाने के लिए तत्काल डीजल सब्सिडी बांटने का निर्देश दिया।

डीजल सब्सिडी के लिए 91 करोड़ रुपये स्वीकृत हैं, पर अभी इस बाबत आवदेन लिया जाना आरंभ नहीं हुआ है। आम तौर पर 15 जून को ग्रामीण विकास विभाग मनरेगा के तहत मिट्टी की कटाई का काम बंद करा देता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण विकास विभाग पुराने आदेश को शिथिल करते हुए मिट्टी कटाई का काम जारी रखे।

आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव व्यास जी ने बैठक के बारे में जानकारी दी। सभी जिलों के डीएम ने यह जानकारी दी है कि बाढ़ से निपटने के लिए स्टैंडर्ड आपरेटिंग प्रोस्डेयोर (एसओपी) के तहत उन्होंने पूरी तैयार कर रखी है। बैठक में मौजूद भारतीय मौसम विज्ञान के अधिकारियों से मुख्यमंत्री ने पूछा कि जब पूरे देश यहां तक कि बिहार के सीमावर्ती राज्यों में मानसून सामान्य तो बिहार में इसके असामान्य रहने की क्या तकनीकी वजह है?

मुख्यमंत्री ने कहा जो जिले सुखाड़ की ओर अग्रसर हैं वहां के डीएम पेयजल की उपलब्धता की स्थिति को स्वयं देखें। चापाकलों की मरम्मत कराई जाए। जमींदारी बांध का काम शुरू कराने का भी निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों को जो आदेश-निर्देश लेने हैं, वह ले लिए जाएं क्योंकि कोई भी काम आदर्श आचार संहिता की वजह से अटकना नहीं चाहिए।

औसत से काफी कम बारिश
सीतामढ़ी- 74 प्रतिशत कम
शिवहर-  59 प्रतिशत कम
मधुबनी-  59 प्रतिशत कम
सहरसा-  57 प्रतिशत कम
पूर्वी चंपारण-57 प्रतिशत कम

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