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जयपुर की चूड़ी फैक्ट्री से मुक्त कराये गये 21 बाल श्रमिक

जयपुर की चूड़ी फैक्ट्री से मुक्त कराकर पटना में रखे गये जिले के 21 बाल श्रमिक मंगलवार को गया लाये गये। इन सभी बाल श्रमिकों को बालगृह में रखा गया है। इनमें 9 बाल श्रमिक बेला से, 3 अलीपुर, 2 मुफस्सिल,3...

जयपुर की चूड़ी फैक्ट्री से मुक्त कराये गये 21 बाल श्रमिक
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 19 May 2015 09:18 PM
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जयपुर की चूड़ी फैक्ट्री से मुक्त कराकर पटना में रखे गये जिले के 21 बाल श्रमिक मंगलवार को गया लाये गये। इन सभी बाल श्रमिकों को बालगृह में रखा गया है। इनमें 9 बाल श्रमिक बेला से, 3 अलीपुर, 2 मुफस्सिल,3 नीमचक बथानी, 2 धरमपुरा,1 टेटूआ व 1 बाल श्रमिक चंदौती थाना क्षेत्र का है। जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक आलोक रंजन ने बताया कि इन्हें सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाने के लिए संबंधित विभाग को पत्र लिखा जा रहा है।

बुधवार को इन सभी बच्चों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया जायेगा। इसके बाद पूरी जांच पड़ताल के बाद ही इन्हें अभिभावकों को सौंपा जायेगा। 8 से 18 वर्ष के इन सभी  बाल श्रमिकों को दस से बारह घंटे काम के एवज में 1500 से 3000 रुपये दिये जाते थे।

अपनों ने भेजा काम करने
मानपुर के अबगीला इलाके के रहने वाले कारु व मो.आशिफ ने बताया कि दो माह पूर्व उनकी अम्मी ने जयपुर की चूड़ी फैक्ट्री में काम करने के लिए भेजा था। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण अम्मी ने यह कदम उठाया। टेटुआ निवासी लड्डू कुमार ने बताया कि दो माह पूर्व उसके जीजा सुरेंद्र सेठ ने उसे काम के लिए भेजा था। नीमचक बथानी के पत्थरकप्ती के रहने वाले मुकेश कुमार, भोला कुमार ने बताया कि घर की माली हालत को देखते हुये वह जयपुर की चूड़ी फैक्ट्री में काम करने गये थे।

बाल श्रमिकों में विक्रम कुमार, राजेश कुमार, बोबीत, प्रेमचंद्र कुमार, याम कुमार, गुड्डु कुमार, विकास मांझी, किशन कुमार, भोला कुमार, अक्षय कुमार, मुकेश कुमार, जैकी कुमार, कारु, मो.आशिफ, लालू, लड्डु चौधरी, उपेन्द्र कुमार, विकाश मांझी, पिंटू कुमार, हीरामन कुमार और करण कुमार आदि हैं।

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