संघवाद के खिलाफ आह्वान से डरी भाजपा: नीतीश
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि संघवाद के खिलाफ सभी पार्टियों की एकजुटता के मेरे आह्वान से भाजपा घबरा गई है। मेरे आह्वान पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया इसका प्रमाण है। जनता दरबार में मुख्यमंत्री...
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि संघवाद के खिलाफ सभी पार्टियों की एकजुटता के मेरे आह्वान से भाजपा घबरा गई है। मेरे आह्वान पर भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया इसका प्रमाण है। जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद नीतीश कुमार संवाददाताओं से बात कर रहे थे।
बिहार जैसा बनाना होगा गठबंधन: बिहार विधानसभा चुनाव में भाजपा अपना हश्र देख चुकी है। इसी तरह अन्य राज्यों और फिर देश के स्तर पर ऐसा गठबंधन बनाना होगा। इसमें कांग्रेस-वामदल समेत सभी को एकजुट होना होगा। जो आज साथ नहीं हों, उन्हें भी सोचना होगा कि देशहित में क्या जरूरी है। सबों की एकजुटता की बात मैं करता रहूंगा। जहां तक भाजपा के खिलाफ नेतृत्व करने की बात है तो देश में नेताओं की कमी नहीं है।
आरएसएस की विचारधारा सही नहीं : आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) की विचारधारा देशहित में नहीं है। ये समाज में विभेद पैदा करना चाहते हैं। अफवाहों के जरिए लोगों को ये भ्रमित करते हैं। आरएसएस पर एक बार प्रतिबंध भी लग चुका है। इसके बाद इनका करार था कि ये राजनीतिक गतिविधियों में नहीं रहेंगे, लेकिन वे राजनीति में सक्रिय हैं।
वादा पूरा नहीं किया -
रोजगार देने, कालाधन वापस लाने, किसानों के अनाज उत्पादन लागत से 50 फीसदी मुनाफा जोड़कर न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित करने का वादा कर भाजपा ने वोट लिया। इसके बाद लव जिहाद, गोमांस आदि मुद्दों को उछाला। वादे एक भी पूरे नहीं किए।