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बिहार: हाईस्कूलों में दम तोड़ रहे वोकेशनल कोर्स

छात्रों को रोजगार के प्रति दक्ष बनाने के लिए हाईस्कूलों में चलने वाला वोकेशनल कोर्स दम तोड़ रहा है। इंटर स्कूलों में दो साल की यह पढ़ाई अब नहीं के बराबर हो रही है। किसी स्कूल में एक एक छात्र हैं तो...

बिहार: हाईस्कूलों में दम तोड़ रहे वोकेशनल कोर्स
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 29 May 2015 04:43 PM
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छात्रों को रोजगार के प्रति दक्ष बनाने के लिए हाईस्कूलों में चलने वाला वोकेशनल कोर्स दम तोड़ रहा है। इंटर स्कूलों में दो साल की यह पढ़ाई अब नहीं के बराबर हो रही है। किसी स्कूल में एक एक छात्र हैं तो कहीं शिक्षक नहीं हैं। प्रैक्टिकल के समान भी स्कूलों में मौजूद नहीं हैं।

सरकार ने इंटर के बाद छात्राओं के रोजगार के प्रति सक्षम बनाने के लिए इंटर में दो साल के वोकेशनल कोर्स की शुरुआत की थी। जिले के पांच स्कूलों को इसके लिए चयन किया गया था। इनमें जिला स्कूल, मारवाड़ी पाठशाला, टीएनबी कॉलेजियट, नवगछिया हाईस्कूल और मोक्षदा इंटर स्कूल शामिल थे। लेकिन पांच में चार स्कूलों में यह पढ़ाई नहीं हो रही है। कहीं शिक्षक नहीं हैं तो कहीं लैब नहीं है। स्कूलों में वोकेशनल कोर्स के लिए 25 सीटें तय की गई हैं लेकिन छात्र एक से दो ही नामांकित हैं।

मारवाड़ी पाठशाला में कंप्यूटर, फेरीक्लचर और टेक्सटाइल्स की पढ़ाई का जिक्र स्कूल बोर्ड से लेकर रजिस्टर तक है। लेकिन स्थिति एकदम उलट है। तीनों विषय मिलाकर यहां 25 छात्र हैं जो कभी-कभी देह दिखाने आते हैं। शिक्षक दो हैं जो तीनों कोर्स का जिम्मा संभाले हैं। प्रैक्टिकल के लिए कोई सामान नहीं है। कंप्यूटर की भी पढ़ाई नहीं होती है। प्राचार्य राधेश्याम राय ने बताया कि वोकेशनल कोर्स के लिए सरकार और विभाग से कोई मदद नहीं मिलती है इसलिए न छात्र आते हैं और न ही पढ़ाई सुचारु रूप से हो पाती है।

मोक्षदा इंटर स्कूल में भी ब्यूटीशियन और नर्सिंग कोर्स में एक ही छात्रा व एक ही शिक्षक हैं। नर्सिंग के शिक्षक 31 मई को रिटायर करने वाले हैं इसके बाद इस विषय की एक छात्रा को भी कोई ज्ञान देने वाला नहीं रहेगा। प्राचार्य सुषमा गुप्ता ने बताया कि नए शिक्षक के लिए विभाग से मांग की गई है लेकिन अब तक कोई सूचना नहीं मिली है। जिला स्कूल में इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स होता है। लेकिन छात्र काफी कम हैं और शिक्षक सिर्फ एक। प्रैक्टिकल की व्यवस्था नहीं है। प्राचार्य चमकलाल यादव ने बताया कि जितने छात्र हैं उनकी पढ़ाई होती है। टीएनबी कॉलेजियट हाईस्कूल में एमएलटी और फेरीक्लचर की पढ़ाई होती है लेकिन दोनों विषय में कोई छात्र नहीं है। बताया कि आधारभूत संरचना के अभाव में छात्र वोकेशनल कोर्स की यह दुर्दशा हो गई है।

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