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बिहार चुनाव: मांझी के बाद पासवान भी माने, बोले कोई नाराजगी नहीं

बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए की ओर से सीट बंटवारे का एलान किए जाने से नाराज बताए जा रहे लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने आज कहा कि वे सीट बंटवारे से खुश हैं और कोई नाराजगी नहीं है। पासवान ने...

बिहार चुनाव: मांझी के बाद पासवान भी माने, बोले कोई नाराजगी नहीं
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 15 Sep 2015 11:11 AM
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बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर एनडीए की ओर से सीट बंटवारे का एलान किए जाने से नाराज बताए जा रहे लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने आज कहा कि वे सीट बंटवारे से खुश हैं और कोई नाराजगी नहीं है। पासवान ने कहा कि एनडीए में सीट शेयरिंग के फॉर्मूले से हम लोग पूरी तरह से संतुष्ट हैं। गौरतलब है कि आज सुबह भाजपा के वरिष्ठ नेता धमेंद्र प्रधान पासवान के घर पहुंचे थे। वहां उनकी रामविलास और उनके बेटे चिराग पासवान से बात हुई। बीती रात लोजपा सांसद चिराग पासवान ने भी इस सिलसिले में भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह से मुलाकात की थी।

वहीं, बिहार में भाजपा अधिकांश मौजूदा विधायकों को फिर से चुनाव मैदान में उतारने के साथ लगभग आधा दर्जन मुसलमानों को भी उम्मीदवार बनाएगी। पार्टी उम्मीदवारों की पहली सूची मंगलवार को जारी की जाएगी, जिसमें पहले और दूसरे चरण के अधिकांश उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। चुनाव अभियान में पार्टी विकास के मुद्दे पर सकारात्मक अभियान चलने के साथ बीते 25 माह में भाजपा से अलग होने के बाद जदयू के नेतृत्व वाली सरकारों के दौरान भ्रष्टाचार और कानून व्यवस्था को बड़ा मुद्दा बनाएगी।

भाजपा अध्यक्ष ने पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर प्रदेश के कोर ग्रुप के साथ मंत्रणा का काम पूरा कर लिया है। मंगलवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक होगी, जिसके बाद पहली सूची जारी की जाएगी। लालू और नीतीश की रणनीति की काट के लिए भाजपा की सूची में सामाजिक समीकरणों पर खासा जोर दिया जाएगा। बड़ी संख्या में यादव उम्मीदवारों के साथ कई मुस्लिम चेहरे भी चुनाव मैदान में होंगे। सांसद असउद्दीन औवेसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम के चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा को लाभ मिल सकता है। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का कहना है कि लोकतंत्र में कोई भी कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है।

बिहार में जाति एक बड़ी हकीकत है और भाजपा भी इस पर पूरी तरह ध्यान दे रही है। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि राज्य में अति पिछड़ा वर्ग का समर्थन उसे मिल सकता है। दरअसल यह वर्ग लालू यादव से डरा हुआ और वह भाजपा के साथ खुद को सुरक्षित महसूस करता है। भाजपा का यह भी मानना है कि मुख्यमंत्री पद का चेहरा मैदान में न होने से कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ता है।

मांझी को 20 सीटें देकर मनाया
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने सोमवार को आखिर एनडीए के घटक दलों के बीच सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया। इसके तहत भाजपा 160 सीटों पर और जीतनराम मांझी की पार्टी 'हम' 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा रामविलास पासवान की लोजपा को 40 और उपेंद्र कुशवाह की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 23 सीटें दी गई हैं।

शाह बोले-सभी मतभेद दूर कर लिए गए हैं
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सीट बंटवारे की घोषणा के बाद कहा, 'गठबंधन के दलों विशेष तौर पर मांझी से सभी मतभेदों को दूर कर लिया गया है। शाह ने पासवान व मांझी की ओर इशारा करते हुए कहा, 'कोई विवाद नहीं है। कोई तनाव नहीं है। आप सभी के मुस्कराते चेहरे देख रहे हैं।' शाह ने यह भी कहा कि मांझी की पार्टी के कुछ नेता भाजपा के चिह्न पर चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों की मानें तो ऐसी पांच सीटें हो सकती हैं।

पांच दिन कवायद चली
एनडीए में पांच दिनों से सीट बंटवारे पर कवायद चल रही थी। जीतनराम मांझी को मनाने में सबसे ज्यादा परेशानी हुई। इस कारण तीन दिन की देरी हुई।

मोदी मुख्य प्रचारक होंगे
शाह ने स्पष्ट किया कि एनडीए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा और मोदी मुख्य प्रचारक होंगे। शाह ने सभी घटक दलों के कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे अपनी पार्टी के उम्मीदवार से ज्यादा हर क्षेत्र में एनडीए के उम्मीदवार को जिताने के लिए काम करें।

इन्हें प्राथमिकता मिलेगी
सूत्रों की मानें तो भाजपा ने अपने अधिकांश मौजूदा विधायकों को टिकट देने का फैसला किया है। शाह ने भाजपा के प्रदेश कोर ग्रुप के साथ बैठक कर सीटवार उम्मीदवारों पर चर्चा भी की

मुख्यमंत्री कौन चुनेगा?
शाह ने साफ किया कि बिहार में सीएम का चुनाव एनडीए विधायक करेंगे। अभी सभी मोदी के नेतृत्व में चुनाव अभियान में हिस्सा लेंगे

इन राज्यों का उदाहरण दिया
शाह ने कहा, जैसे महाराष्ट्र, हरियाणा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर में सफलता मिली, वैसे ही अब बिहार के लोग भी विकास को चुनेंगे। शाह ने बिहार को दिए विशेष पैकेज का भी जिक्र किया

नीतीश पर निशाना
शाह ने कहा, 'पहले भी एनडीए को मौका मिला था और भाजपा व जदयू सरकार ने बेहतर काम किया था, लेकिन नीतीश ने भाजपा की पीठ में छुरा घोंपा। चुनाव में जनता इसका करारा जबाब देगी। नीतीश कुमार खुद को बिहार मानने लगे हैं जबकि लोग उन्हें बिहार नहीं मानते हैं।' उन्होंने मांझी से रात एक बजे बिहार भवन खाली कराने पर भी नीतीश को घेरा।

कांग्रेस को भी घेरा
शाह ने कहा कि बिहार राजेंद्र प्रसाद, जेपी, कर्पूरी ठाकुर व लोहिया की विचारधारा की भूमि रही है। यह गैर कांग्रेसवाद का गढ़ रहा है। अब राज्य के मतदाता भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के अभियान को आगे बढ़ाएंगे।

महागठबंधन पर प्रहार
शाह ने महागठबंधन पर तीखे प्रहार करते हुए कहा कि उसमें पहले ही दरार पड़ गई है। परिवार के मुखिया मुलायम सिंह ने ही घर छोड़ दिया है। अब एक तरफ मजबूरी वाला गठबंधन है और दूसरी तरफ विकास के लिए बना एनडीए है।

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