फोटो गैलरी

Hindi Newsभाकपा माले ने की दलितों की हत्यारोपी नेताओं की गिरफ्तारी की मांग

भाकपा माले ने की दलितों की हत्यारोपी नेताओं की गिरफ्तारी की मांग

भाकपा माले (लिबरेशन) ने बिहार में भाजपा और अन्य दलों के उन नेताओं की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बुधवार को यहां धरना दिया जिनके नाम कोबरापोस्ट द्वारा कराए गए एक स्टिंग आपरेशन में कथित तौर पर सामने आए...

भाकपा माले ने की दलितों की हत्यारोपी नेताओं की गिरफ्तारी की मांग
एजेंसीWed, 19 Aug 2015 10:55 PM
ऐप पर पढ़ें

भाकपा माले (लिबरेशन) ने बिहार में भाजपा और अन्य दलों के उन नेताओं की गिरफ्तारी की मांग करते हुए बुधवार को यहां धरना दिया जिनके नाम कोबरापोस्ट द्वारा कराए गए एक स्टिंग आपरेशन में कथित तौर पर सामने आए हैं। कुछ नेताओं पर दो दशक पहले प्रतिबंधित रणवीर सेना द्वारा नरसंहारों के लिए उकसाने का आरोप है।

जंतर मंतर पर प्रदर्शन के दौरान वाम दल ने रणवीर सेना के छह स्वयंभू कमांडरों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की जिन्होंने कथित तौर पर कैमरे के सामने हत्याओं को अंजाम देने की बात स्वीकार की।

भाकपा माले नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यह सवाल भी किया कि उनकी सरकार ने न्यायमूर्ति (अवकाशप्राप्त) आमिर दास आयोग को क्यों भंग कर दिया गया। उस आयोग ने उंची जाति के भूस्वामियों द्वारा गठित रणवीर सेना, अपराधियों और नेताओं के बीच कथित साठगांठ की जांच की थी। रणवीर सेना ने 1997 में जहानाबाद जिले के लक्ष्मणपुर बाथे में कथित तौर पर 58 दलितों की हत्या कर दी थी। पार्टी ने कहा कि वह आगामी विधानसभा चुनाव में इस मुद्दे को उठाएगी।

पार्टी पोलित ब्यूरो की सदस्य कविता कृष्णन ने कहा कि कोबरापोस्ट के स्टिंग से पुष्टि हो गयी है जो बिहार में खुला रहस्य था कि रणवीर सेना ने उन नरसंहारों को अंजाम दिया था। उन्होंने कहा कि उन्हें राज्य में भाजपा तथा अन्य दलों के प्रभावशाली नेताओं का समर्थन प्राप्त था।

उन्होंने कहा कि सभी आरोपी नेता और हत्याओं की बात स्वीकार करने वाले छह लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्होंने आयोग को भंग कर दिया ताकि वह शर्मनाक सवालों से बच सकें।

उन्होंने कहा कि रणवीर सेना द्वारा की गयी हत्याओं से जुड़े मामले में कई आरोपी उच्च न्यायालय से कमजोर आधार पर रिहा कर दिए गए और उनकी पार्टी ने इसके खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील की है। कृष्णन ने कहा कि हम मांग कर रहे हैं कि उच्चतम न्यायालय नए सबूत का संज्ञान ले।
प्रदर्शन में कृष्णन के अलावा पोलित ब्यूरो के एक और सदस्य स्वप्न मुखर्जी, पार्टी के कई पदाधिकारी, प्रोफेसर और बुद्धिजीवी शामिल हुए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें