17 कर्मचारियों की सेवा नियमितीकरण का मामला राजभवन पहुंचा
भागलपुर विवि में 17 कर्मचारियों को गलत ढंग से नियमित करने का मामला राजभवन पहुंच गया है। इन कर्मचारियों को 2013 में तत्कालीन प्रभारी कुलपति डा. नीलांबुज वर्मा के समय नियमित किया गया था। ये कर्मचारी...
भागलपुर विवि में 17 कर्मचारियों को गलत ढंग से नियमित करने का मामला राजभवन पहुंच गया है। इन कर्मचारियों को 2013 में तत्कालीन प्रभारी कुलपति डा. नीलांबुज वर्मा के समय नियमित किया गया था। ये कर्मचारी पहले टीएनबी कॉलेज, मारवाड़ी कॉलेज, टीएनबी लॉ कॉलेज, विवि प्रशासनिक भवन में कांट्रैक्ट पर कार्यरत थे।
राजभवन ने अप्रैल 2013 के प्रभारी कुलपतियों द्वारा लिए गए निर्णयों की जो जांच शुरू की है, उसमें अब यह मामला भी जुड़ गया है। उस समय भागलपुर विवि में डा. नीलांबुज वर्मा प्रभारी कुलपति थे, जिन्हें राजभवन ने केवल रूटीन कार्य करने को कहा था। लेकिन डा. वर्मा ने कई बड़े निर्णय किए थे। इसमें कांट्रैक्ट वाले कर्मियों को भी नियमित किया गया था। 17 कर्मियों में से एक-एक टीएनबी और मारवाड़ी कॉलेज में तथा शेष को विवि प्रशासनिक भवन, लॉ कॉलेज, पीजी विभागों में कार्यरत हैं।
राजभवन सूत्रों ने बताया कि विवि के कुछ लोग इस मामले को राजभवन द्वारा बनाई गई कमेटी से छिपाने की कोशिश में लगे थे। लेकिन जिन कर्मियों को उस समय नियमित नहीं किया गया था, उनमें से कुछ ने कमेटी को इसकी जानकारी दी थी। इसके बाद विवि के पदाधिकारियों ने पूरे मामले को जांच कमेटी के सामने रखा।
इधर विवि के एक वरीय अधिकारी ने बताया कि डा. वर्मा के समय लिए गए निर्णयों की जांच में एक से दो दिन और लगेंगे। इसके बाद जांच कमेटी कुलाधपति को रिपोर्ट सौंपेगी। राजभवन ने यह जांच हाईकोर्ट के आदेश पर कराई है। 19 दिसंबर के बाद राजभवन रिपोर्ट कोर्ट को उपलब्ध कराएगा।