फोटो गैलरी

Hindi Newsस्कूलों में छात्र हैं नहीं, कर दी उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति

स्कूलों में छात्र हैं नहीं, कर दी उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति

शिक्षा विभाग ने बिना उर्दू छात्र के ही प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति कर दी। अब ये शिक्षक वहां खाली बैठे रहते हैं या किसी तरह हिन्दी के कुछ अध्याय पढ़ाते हैं। जिले में ऐसे...

स्कूलों में छात्र हैं नहीं, कर दी उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 21 Feb 2017 10:05 AM
ऐप पर पढ़ें

शिक्षा विभाग ने बिना उर्दू छात्र के ही प्राथमिक और मध्य विद्यालयों में उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति कर दी। अब ये शिक्षक वहां खाली बैठे रहते हैं या किसी तरह हिन्दी के कुछ अध्याय पढ़ाते हैं। जिले में ऐसे स्कूलों की संख्या 50 और शिक्षकों की संख्या सौ है। विभाग अब फिर से शिक्षकों की अदला-बदली की बात कह रहा है।

उर्दू शिक्षकों का नियुक्ति उसी स्कूल में की जा सकती है, जहां उर्दू के छात्र हों। लेकिन इसमें बड़े पैमाने पर अनियमितता सामने आई है। कहीं-कहीं ऐसे शिक्षकों को हिन्दी पढ़ाने में लगाया गया है लेकिन जानकारी नहीं होने से वह ठीक से एक अध्याय भी नहीं पढ़ा पाते हैं।

शिक्षा विभाग के अधिकारियों की दलील है कि जब शिक्षकों का नियोजन हुआ तब स्कूलों में कुछ उर्दू छात्र थे। लेकिन यह दलील गले से नीचे नहीं उतरती क्योंकि उर्दू स्कूल खोले ही इसलिए जाते हैं, जिससे अल्पसंख्यक छात्र उर्दू पढ़ सकें। शिक्षक नियुक्ति में हुई इस अनियमितता पर वर्षों से विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की है। बिहार नगर पंचायत प्रारंभिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष पूरण कुमार का कहना है कि विभाग शिक्षकों के नियोजन के समय मानकों का ध्यान नहीं रखता है, इसलिए जहां जिस विषय के शिक्षकों की जरूरत नहीं है, वहां भी ऐसे शिक्षक दे दिए जाते हैं। इससे छात्रों को भी नुकसान हो रहा है। उनकी उर्दू की पढ़ाई नहीं हो रही है।

ऐसे भी स्कूल जहां छात्र हैं पर शिक्षक नहीं

जिले में ऐसे स्कूल भी हैं जहां उर्दू के छात्र हैं पर उर्दू के शिक्षक नहीं हैं। विभाग ने हाल में हुए शिक्षकों के समायोजन में भी इस गलती को ठीक नहीं किया। नाथनगर के मध्य विद्यालय भतोड़िया, गोविंदपुर और जितावारपुर में छात्र हैं पर यहां उर्दू के शिक्षक नहीं हैं। दूसरे प्रखंडों में भी कई ऐसे स्कूल हैं।

कौन कौन से हैं बिना छात्र के शिक्षक वाले स्कूल

मध्य विद्यालय मनोहरपुर, मध्य विद्यालय प्रखंड कालोनी नाथनगर, मध्य विद्यालय गुड्डी, मध्य विद्यालय मधुसूदनपुर, मवि कंझिया, मवि रामपुर, मवि अंगाटी, प्रावि छोटी योगीवीर, प्रावि बदलूचक हरिजन, प्रावि गोविंदपुर, मवि हेमरा, प्रावि मीराचक, प्रावि पश्चिम टोला आदि।

नियोजन के समय यह गड़बड़ी कैसे हुई? इसे देखा जाएगा। अब बीडीओ और बीईओ की बैठक कर ऐसे स्कूलों की सूची ली जाएगी। जहां उर्दू पढ़ने वाले बच्चे होंगे वहां शिक्षकों को भेजा जाएगा।

फूल बाबू चौधरी, जिला शिक्षा अधिकारी

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें