फोटो गैलरी

Hindi Newsथानेदार की मौत दुर्घटना थी या हत्या, फोरेंसिक टीम की जांच

थानेदार की मौत दुर्घटना थी या हत्या, फोरेंसिक टीम की जांच

तिलकामांझी के थानेदार विजय चंद्र शर्मा की मौत दुर्घटना थी या फिर हत्या, गुरुवार को इसकी जांच करने फोरेंसिक विभाग की टीम हवाई अड्डे पर पहुंची। घटना के पांच दिन बाद हवाई अड्डे जैसे खुले स्थान से...

थानेदार की मौत दुर्घटना थी या हत्या, फोरेंसिक टीम की जांच
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 24 Mar 2017 02:12 AM
ऐप पर पढ़ें

तिलकामांझी के थानेदार विजय चंद्र शर्मा की मौत दुर्घटना थी या फिर हत्या, गुरुवार को इसकी जांच करने फोरेंसिक विभाग की टीम हवाई अड्डे पर पहुंची। घटना के पांच दिन बाद हवाई अड्डे जैसे खुले स्थान से साक्ष्य इकट्ठा करने में टीम को काफी परेशानी हुई। फोरेंसिक विशेषज्ञ दास अशोक कुमार ने माना कि घटना के तुरंत बाद जांच कराई जाती तो ताजा सैंपल मिलता।

गुरुवार दोपहर सिटी डीएसपी शहरयार अख्तर के नेतृत्व में चार सदस्यीय फोरेंसिक टीम हवाई अड्डा पहुंची। सबसे पहले घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया। स्कॉर्पियो के घसीटाने के नमूने और खून के धब्बे को फीता से नापा। जांच के दौरान पाया कि थानेदार हवाई अड्डा के पश्चिमी हिस्से यानी विक्रमशिला कालोनी के रास्ते रनवे पर प्रवेश किए थे। करीब तीस फुट तक गाड़ी के घसीटाने का नमूना मिला। फोटोग्राफी के बाद खून के नमूने व खून लगे गिट्टी को केमिकल में डालकर प्रिजर्व किया। घटनास्थल के पास जितने भी लाल धब्बे मिले सभी के नमूने को इकट्ठा किया गया। गाड़ी के बिखरे टुकड़े को नमूने के तौर पर जमा किया गया। इसके बाद फोरेंसिक टीम पुलिस केन्द्र पहुंची। यहां दुर्घटनाग्रस्त स्कॉर्पियो की जांच की। स्कार्पियो में रखे लाठी, विजयचंद्र शर्मा के गले का जंतर, गाड़ी में लगे खून के धब्बे, कांच के टुकड़े, गाड़ी के पेंट, हेड लाइट और चक्के की बारीकी से जांच की। फोरेंसिक विशेषज्ञ दास अशोक कुमार ने कहा कि घटना से जुड़े साक्ष्य को जांच के लिए प्रिजर्व किया गया है। पटना की लैब में इसकी जांच होगी। जांच के बाद पता चलेगा कि दारोगा की हत्या हुई थी या फिर दुर्घटना थी। सिटी डीएसपी ने कहा कि दुर्घटना की जांच कराई जा चुकी है। फोंरेसिक टीम से भी जांच करायी जा रही है। रिपोर्ट मिलने के बाद घटना के कारणों का पता चल सकेगा। टीम में फोरेंसिक एक्सपर्ट दास अशोक कुमार के अलावा, अमित कुमार और एसके यादव शामिल थे।

पान और गुटखा के लाल धब्बे से हुई परेशानी

घटनास्थल की फोरेंसिक जांच के लिए उसे सुरक्षित रखना जरूरी होता है। आमतौर पर पुलिस घटनास्थल को सुरक्षित रखती है। फोरेंसिक टीम के आने के बाद ही उसे खोलती है। लेकिन अपने ही थानेदार की मौत के बाद पुलिस ऐसा नहीं कर सकी। इसलिए गुरुवार को जब फोरेंसिक टीम हवाई अड्डा स्थित घटनास्थल पर साक्ष्य खोजने पहुंची तो उसे काफी परेशानी हुई। कई जगह पर पान व गुटखा के लाल धब्बे को देखकर उनकी परेशानी और बढ़ जाती थी। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल के बीस मीटर दायरे में सभी लाल धब्बे को केमिकल में डालकर प्रिजर्व किया। टीम का ऐसा मानना था कि घटनास्थल को सुरक्षित रखा जाता तो परेशानी कम होती है।

फोरेंसिक जांच में देरी पर उठ रहे सवाल

रविवार देर रात थानेदार के स्कॉर्पियो दुर्घटना में मौत को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। परिवार वाले दुर्घटना मानने के लिए तैयार नहीं थे। पुलिस ने घटनास्थल से आनन-फानन में खून के धब्बे को पानी से साफ कर दिया था। उसके बाद गुरुवार को फोरेंसिक टीम को जांच के लिए बुलाया गया। जबकि एक टीम पूर्व बिहार के जिलों में जांच के लिए भागलपुर में रहती है। सोमवार सुबह भी टीम को बुलाकर जांच कराई जा सकती थी। उस समय ऐसा किया जाता तो घटना से जुड़े कई ताजा साक्ष्य मिल सकते थे। पुलिस ने घटना के पांच दिन बाद फोरेंसिक टीम से जांच कराई। जबकि विजय चंद्र शर्मा की पत्नी और परिवार के लोग शुरू से ही घटना की उच्चस्तीय और फोरेंसिक टीम से जांच कराने की मांग कर रहे थे। टीम के सदस्य भी कह रहे थे कि जांच कराने में देरी हो गई है।

रविवार देर रात हुई थी थानेदार की मौत

भागलपुर। तिलकामांझी थानेदार विजयचंद्र शर्मा की रविवार देर रात हवाई अड्डे पर स्कॉर्पियो दुर्घटना में मौत हो गई थी। पुलिस दुर्घटना मानकर एमवीआई से जांच कराई थी। एसएसपी व जोनल आईजी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर घटना की जांच की थी। पुलिस सड़क दुर्घटना मानकर थाने में यूडी रिपोर्ट दर्ज कर जांच कर रही है।

संजय कुमार ने तिलकामांझी थानेदार का प्रभार संभाला

विजय चंद्र शर्मा की मौत के बाद गुरुवार को संजय कुमार सत्यार्थी ने तिलकामांझी के नये थानेदार के रूप में पदभार संभाल लिया। एसएसपी ने मंगलवार को डीआईयू शाखा में तैनात संजय कुमार सत्यार्थी की पोस्टिंग की थी। चार दिन बाद उन्होंने प्रभार ग्रहण किया।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें