तीन बाल मजदूरों को धावा दल ने कराया मुक्त
धावा दल की टीम ने सोमवार को शहर के विभिन्न जगहों पर छापेमारी की, जिसमें अलग-अलग प्रतिष्ठानों पर मजदूरी कर रहे तीन बाल श्रमिकों को रंगे हाथों पकड़ा गया। इसके बाद व्यवसाय संचालकों को चिन्हित कर बाल...
धावा दल की टीम ने सोमवार को शहर के विभिन्न जगहों पर छापेमारी की, जिसमें अलग-अलग प्रतिष्ठानों पर मजदूरी कर रहे तीन बाल श्रमिकों को रंगे हाथों पकड़ा गया। इसके बाद व्यवसाय संचालकों को चिन्हित कर बाल मजदूरों को मुक्त कराया गया। जिससे कारोबारियों के बीच हड़कंप मच गया। इसकी पुष्टि श्रम अधीक्षक रोहित कुमार ने की है।
मुक्त हुए बच्चों में सोहनीपट्टी के रहने वाले रघुनाथ पांडेय का 12 साला बेटा निक्की पांडेय तथा शांति नगर निवासी जितेन्द्र तुरहा का 13 वर्षीय पुत्र राज कुमार तथा राजेश तुरहा का 12 वर्षीय पुत्र आकाश कुमार शामिल हैं। श्रम अधीक्षक के नेतृत्व में हुई छापामारी में श्रम प्रर्वतन पदाधिकारी शिव प्रसन्न राम व नगर थानाध्यक्ष राघव दयाल के अलावा बाल कल्याण समिति के सदस्य विनोद कुमार सिंह, चाइल्ड लाइन के को-आर्डिनेटर मुकेश कुमार व संतोष कुमार सिंह शामिल थे।
मुक्ति के बाद बाल गृह में मिला पनाह : मुक्त कराए गए नाबालिग श्रमिकों को उचित संरक्षण हेतु बाल गृह में पनाह दिया गया। इससे पहले धावा दल द्वारा बाल कल्याण समिति के समक्ष तीनों को प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात समिति के अध्यक्ष रमेश चन्द्र पांडेय की अध्यक्षता में विमर्श के उपरांत सदस्य प्रतिमा सिंह व विनोद कुमार सिंह ने मुक्त नाबालिगों को बाल गृह भेजने का निर्णय सुनाया। इस मौके पर समिति की को-आर्डिनेटर सोनी कुमारी भी उपस्थित थी।