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यहां तो सरकारी अस्पताल में ही फेल हो गए दवाओं के नमूने

प्राइवेट मेडिकल स्टोरों और दुकानों पर तो दवा का नमूना फेल होते हुए सभी ने सुना होगा। लेकिन चौंकाने वाली यह बात किसी ने नहीं सुनी होगी कि सरकारी जिला पुरूष अस्पताल में ही दवाओं का सैंपल फेल हो गया है...

यहां तो सरकारी अस्पताल में ही फेल हो गए दवाओं के नमूने
लाइव हिन्दुस्तान टीमFri, 19 May 2017 12:27 AM
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प्राइवेट मेडिकल स्टोरों और दुकानों पर तो दवा का नमूना फेल होते हुए सभी ने सुना होगा। लेकिन चौंकाने वाली यह बात किसी ने नहीं सुनी होगी कि सरकारी जिला पुरूष अस्पताल में ही दवाओं का सैंपल फेल हो गया है और भारी संख्या में गोलियों इस्तेमाल योग्य नहीं रही हैं।

जिला अस्पताल में शासन के निर्देश पर मरीजों को वितरण को लेकर बीको सिटरीजन की टैबलेट कार्यदायी संस्था से खरीदी थी। यह दवा जिला अस्पताल ने 13 अप्रैल 2016 में बिलिंग कराई गई थी जिसमें दस लाख गोली बीको सिटराजन की खरीदी गई थी। इस दौरान खरीद में जिला अस्पताल में एल पांच 037 बैंच तथा एल पांच 038 बैच की दवा खरीदी गई थी, इसमें पहले बैंच 037 की टेबलेट बीको सिटराजन का नमूना फेल हो गया है। इसके बाद 30 नबंवर को जिला औषधी निरीक्षक ने जिला अस्पताल में आकर कई दवाओं के सैंपल भरे थे और लैव से रिपोर्ट के लिए सैंपल भेजे गए थे। बतादें की बीते दिन लैव से रिपोर्ट आने के बाद औषधी विभाग द्वारा सीएमएस को पत्र जारी किया गया है। जिसमें रिपोर्ट दी गई है कि बीके सिटरार्जन का सैंपल फेल हो गया है।

विभागीय अधिकारियों द्वारा बताया जा रहा है कि टैबलेट तो खैर ठीक हैं लेकिन टैबलेट की पैकिंग पर तो मानक लिखें हैं वह नियम के विपरीत लिखे हुए हैं। इधर जिला अस्पताल के स्टोर इंचार्ज इंतियाज अहमद ने बताया कि दस लाख टैबलेट लगभग दस लाख रूपये की खरीदी गई थी। जिसमें से बाकी तो सभी गोली बिक गई हैं लेकिन 99 हजार टैबलेट बची हुई हैं। जिनके बार में कार्यदायी संस्था तथा शासन को पत्र लिखा जा चुका है और इस दवा को कंपनी बदलवाने की पहल की जा रही है।

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