एमएलसी चुनाव में खूब करो खर्च पर रजिस्टर बना लेना
निर्वाचन आयोग ने एमएलसी चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के खर्च की सीमा तय नहीं की है। हालांकि उम्मीदवार को चुनाव खर्च का रजिस्टर बनाना पड़ेगा। निर्वाचन अधिकारी कभी भी खर्च का रिकॉर्ड चेक कर सकते हैं।...
निर्वाचन आयोग ने एमएलसी चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के खर्च की सीमा तय नहीं की है। हालांकि उम्मीदवार को चुनाव खर्च का रजिस्टर बनाना पड़ेगा। निर्वाचन अधिकारी कभी भी खर्च का रिकॉर्ड चेक कर सकते हैं।
विधानसभा चुनाव में खर्च को लेकर हाय तौबा मच रही है। 28 लाख की खर्च सीमा को कम बताया जा रहा है। उधर, एमएलसी चुनाव के खर्च में आयोग ने उम्मीदवारों को हाथ खोलकर खर्च करने की छूट दे दी है। आयोग ने एमएलसी चुनाव के खर्च की लिमिट को लेकर कोई भी आदेश रिटर्निंग अफसरों को नहीं भेजे। आयोग ने आरओ को उम्मीदवारों से खर्च का हिसाब-किताब रखवाने की बात कही है, जिससे बाद में व्यय अवलोकन करने में दिक्कत न हो। हालांकि एमएलसी उम्मीदवारों पर विधानसभा प्रत्याशियों की तरह ही नजर रखी जाएगी। एमएलसी उम्मीदवार भी आदर्श आचार संहिता के दायरे में रहेंगे। मालूम हो कि बरेली-मुरादाबाद, इलाहाबाद-झांसी और कानपुर-उन्नाव खंड स्नातक सीट पर एमएलसी चुनाव हो रहा है। बरेली-मुरादाबाद सीट पर नौ जिलों को 1.73 लाख मतदाता 269 बूथों पर मतदान करेंगे। एमएलसी का 3 फरवरी को मतदान और 6 फरवरी को मतगणना होगी।
आयोग से हमने एमएलसी उम्मीदवारों के खर्च को लेकर गाइडलाइन मांगी थी। आयोग ने एमएलसी चुनाव खर्च की लिमिट तय नहीं की है। उम्मीदवारों को खर्च का रिकार्ड रखना होगा। खर्च का ब्यौरा चेक किया जाएगा।
- प्रमांशु यादव, कमिश्नर, रिटर्निंग