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तीन तलाक पर केंद्र का हस्तक्षेप नहीं होगा बर्दाश्त

सोमवार को नगर के शेरपुर रोड पर स्थित अल रजा इस्लामिक जूनियर हाईस्कूल में महिलाओं की पर्सनल ला कांफ्रेंस आयोजित की गई। कुरान की तिलावत के साथ शुरू हुए इस कार्यक्रम में कई आलिमाओं ने तकरीरें की।...

तीन तलाक पर केंद्र का हस्तक्षेप नहीं होगा बर्दाश्त
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 24 Oct 2016 09:30 PM
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सोमवार को नगर के शेरपुर रोड पर स्थित अल रजा इस्लामिक जूनियर हाईस्कूल में महिलाओं की पर्सनल ला कांफ्रेंस आयोजित की गई। कुरान की तिलावत के साथ शुरू हुए इस कार्यक्रम में कई आलिमाओं ने तकरीरें की। मुफ्तिया रेशमा खानम अमजदी ने कहा कि तीन तलाक धार्मिक मसला है। केंद्र सरकार इसमें हस्तक्षेप न करें।

उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान में मुसलमानों को पर्सनल ला के मुताबिक जीवन व्यतीत करने का अधिकार दिया गया है तो इसमें केंद्र सरकार दखल अंदाजी न करे। इस मसले को मुफ्ती और उलमा करेंगे न कि कोई राजनैतिक व्यक्ति। उन्होंने कहा कि कुरान की आयत में तीन तलाकें है तो महिलाएं कुरान को पहले मानकर तीन तलाक ही मानती हैं। आलिमा फाजिला हसीना खातून ने अपने विचार रखते हुए कहा कि हम धार्मिक मामले में कुरआन और हदीश का आदेश मानेंगे।

आलिम फाजिला रिफअत जुलेखा ने कहा कि कुछ लोग दुष्प्रचार कर इस्लाम को बदनाम कर रहे हैं। इसके सम्बंध में राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसडीएम को सौंपा गया। इस्लाम में महिलाओं को अधिकार दिए गए है उनमें केंद्र सरकार का हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मुफ्ती साजिद हसनी ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर सैकड़ों मुस्लिम महिलाएं मौजूद रहीं।

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