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शिक्षण संस्थाएं जीवन चरित्र और संस्कार की निर्मात्री

शिक्षण संस्थाएं हमारे जीवन चरित्र और संस्कार की निर्मात्री होतीं हैं। मनुष्य के जीवन को तीन चीजें प्रभावित करती हैं- ग्रह नक्षत्र, माता-पिता के जींस और वातावरण। प्रथम दो पर मनुष्य का बस नहीं हैं।...

शिक्षण संस्थाएं जीवन चरित्र और संस्कार की निर्मात्री
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 24 Apr 2017 12:52 AM
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शिक्षण संस्थाएं हमारे जीवन चरित्र और संस्कार की निर्मात्री होतीं हैं। मनुष्य के जीवन को तीन चीजें प्रभावित करती हैं- ग्रह नक्षत्र, माता-पिता के जींस और वातावरण। प्रथम दो पर मनुष्य का बस नहीं हैं। किंतु वातावरण और उस आधार पर अपना चरित्र मनुष्य स्वयं निर्मित करता है। इसमें सबसे महत्वपूर्ण योगदान शिक्षण संस्थाओं का होता है।

यह बात कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने जीएफ कालेज में अपने अभिनंदन समारोह में कही। महाविद्यालय प्रबंध समिति व स्टॉफ की ओर से हुए समारोह में उन्होंने शहर में जगह-जगह जाम, गंदगी और खराब सड़कों को समस्या बताया। इसके लिए उन्होंने सीवर लाइन और रिंग रोड के निर्माण का वादा भी किया। मंत्री ने जीएफ कॉलेज के उन दिनों को याद किया, जब वह यहां के छात्र थे। महाविद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष सैयद मोइनुद्दीन ने मंत्री को फूल माला व प्रतीक चिन्ह, अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। प्राचार्य प्रोफेसर अकील अहमद ने कहा कि सुरेश खन्ना सच्चे मायनों में जननेता हैं। कार्यक्रम का आरंभ वकील अहमद ने कुरआन-ए-पाक की तिलावत से किया। कार्यक्रम का संचालन डा.अब्दुल मोमिन ने किया। जिला पंचायत अध्यक्ष अजय प्रताप सिंह यादव, वीरेंद्र पाल सिंह यादव, प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष सैयद ज़ुल्फिकार मियां, प्रबंधक मलक अब्दुल वाहिद खां, सैयद रशीद, अब्दुल रशीद खां, डीपीएस राठौर मौजूद रहे।

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