फोटो गैलरी

Hindi Newsराष्ट्र जागरण में संतों का है अमूल्य योगदान

राष्ट्र जागरण में संतों का है अमूल्य योगदान

विश्व हिन्दू परिषद के दस दिवसीय शिक्षा वर्ग में रविवार को अंतरराष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री विनायक ने कहा कि राष्ट्र जागरण में संतों का अमूल्य योगदान रहा...

राष्ट्र जागरण में संतों का है अमूल्य योगदान
Mon, 12 Jun 2017 02:39 AM
ऐप पर पढ़ें

विश्व हिन्दू परिषद के दस दिवसीय शिक्षा वर्ग में रविवार को अंतरराष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री विनायक ने कहा कि राष्ट्र जागरण में संतों का अमूल्य योगदान रहा है।

आदि शंकराचार्य ने पूरे देश का भ्रमण किया और राष्ट्रीय एकता के लिए चारों दिशाओं में चारधाम की स्थापना की। उन्होंने वैदिक मूल्यों की स्थापना की और गौतम बुद्ध को विष्णु का अवतार घोषित किया। उन्होंने समाज में भेदभाव, ऊंच-नीत का विरोध किया। श्रीरामानुजाचार्य ने अपने मंदिर में सभी जातियों के लोगों को प्रवेश दिया।

कार्यक्रम में क्षेत्रीय मंत्री देवेश उपाध्याय हिन्दू राष्ट्र की संकल्पना पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सदियों से साधु-सन्यासी, योगी-परिव्राजक, दार्शनिक- चिंतक, कवि-लेखक आदि ने देश की एकता-अखंडता पर बल दिया है। वर्ग प्रमुख राजेन्द्र पुण्डीर ने कहा कि हमारे व्रत-त्योहार वैज्ञानिक कारणों पर आधारित हैं। मंदिर में घंटी बजाने से आसपास के वातावरण में फैले हुये नकारात्मक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। गाय के शुद्ध घी से हवन करने से वायु प्रदूषण दूर होता है। इस मौके पर पवन अरोड़ा समेत विहिप के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें