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चंदन पेड़ चोरी के मामले में फंसेंगे कई वन कर्मी

चंदन के पेड़ चोरी के मामले में कई वनकर्मी भी फंसेंगे। पुलिस की रिपोर्ट मिलते ही वन अधिकारी शिकंजा कसने की तैयारी में हैं। वनकर्मियों की मिलीभगत से ही चंदन के पेड़ों की चोरी हो रही थी। पांच साल में तीन...

चंदन पेड़ चोरी के मामले में फंसेंगे कई वन कर्मी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 16 Jan 2017 09:52 PM
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चंदन के पेड़ चोरी के मामले में कई वनकर्मी भी फंसेंगे। पुलिस की रिपोर्ट मिलते ही वन अधिकारी शिकंजा कसने की तैयारी में हैं। वनकर्मियों की मिलीभगत से ही चंदन के पेड़ों की चोरी हो रही थी। पांच साल में तीन घटनाएं हुईं।

वन अधिकारियों के मुताबिक, सबसे पहले सीबीगंज में चंदन के पांच पेड़ काटे गए। इस मामले में सीबीगंज में रिपोर्ट हुई, लेकिन चंदन के पेड़ों का कुछ पता नहीं लगा। 2016 में सिविल लाइंस इलाके के वन क्षेत्र से दो बार चंदन के पेड़ चोरी होने की घटनाएं हुई। डीएफओ ऑफिस के पास दो पेड़ काटे गए थे, वे बरामद हो गए। तीसरी बार फिर से पेड़ काटा गया। दोनों बार बारादारी थाने में रिपोर्ट दर्ज हुई। एक सप्ताह पहले जब जलालाबाद में चंदन तस्कर पकड़े गए तो सच्चाई खुली। पुलिस को पूछताछ में चंदन तस्करों ने बताया कि वनकर्मियों की साठगांठ से चंदन के पेड़ काटते थे। दिन में वन क्षेत्र में आकर चंदन के पेड़ को चिन्हित करते थे। रात में उसे काट लेते थे। वनकर्मी ही चंदन का पेड़ बताते थे। खुलासे के बाद से वन अधिकारी अब मामले में जलालाबाद पुलिस की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। अगर तस्करों के बयान में किसी वनकर्मी का नाम खुला तो उस पर शिकंजा कसा जाएगा। हालांकि वन विभाग ने गोपनीय जांच शुरू कर दी है। पता लगाया जा रहा है कि चंदन तस्करों से किन-किन वनकर्मियों की दोस्ती थी। झुग्गी झोपड़ी डालकर शहर के बाहर चंदन तस्कर रहते थे। हर सप्ताह अपना ठिकाना बदल देते थे। अधिकारियों का कहना है कि अभी कुछ नहीं कह सकते हैं। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। चंदन के पेड़ों का सर्वे कराया जा रहा है।

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