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डीएम दफ्तर में व्यापारियों ने दिया धरना, तेवर भी दिखाए

कई व्यापारी संगठनों के लोग सोमवार को भड़क गए। आचार संहिता के नाम पर हो रही चेकिंग पर आपत्ति उठाई। साथ ही व्यापारियों के उत्पीड़न का आरोप भी जड़ दिया। कहा, अब तक पुलिस किसी नेता को तो पकड़ नहीं पाई।...

डीएम दफ्तर में व्यापारियों ने दिया धरना, तेवर भी दिखाए
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 16 Jan 2017 11:40 PM
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कई व्यापारी संगठनों के लोग सोमवार को भड़क गए। आचार संहिता के नाम पर हो रही चेकिंग पर आपत्ति उठाई। साथ ही व्यापारियों के उत्पीड़न का आरोप भी जड़ दिया। कहा, अब तक पुलिस किसी नेता को तो पकड़ नहीं पाई। हर बार व्यापारी ही क्यों पकड़े जा रहे हैं। इस दौरान संतोषजनक जवाब नहीं मिला तो व्यापारी आपे से बाहर हो गए और डीएम के सामने पड़ी कुर्सियों को हटाकर सभी जमीन पर ही बैठकर धरना शुरू कर दिया।

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, उद्योग व्यापार मंडल मिश्रा गुट, राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन व आदर्श व्यापार मंडल आदि व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारी व सदस्य कलक्ट्रेट पहुंचे। व्यापारियों ने आचार संहिता का पालन कराने के नाम पर पुलिस व उड़नदस्ता टीमों के वाहन चेकिंग के समय व्यापारियों के पास से मिलने वाले रुपयों को जब्त करने व गुंडा एक्ट आदि धाराओं में पाबंद करने का विरोध किया। इसके बाद व्यापारी संगठन डीएम को ज्ञापन देने उनके कार्यालय में पहुंचे। इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने डीएम को ज्ञापन दिया और व्यापारियों की समस्याओं से अवगत कराया। इसी बीच अन्य संगठनों के लोग भी डीएम को ज्ञापन देने पहुंच गए। सभी संगठनों के पदाधिकारियों व प्रशासनिक अधिकारियों के बीच वार्ता शुरू हुई। व्यापारियों ने पुलिस व उड़नदस्तों पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाया, तो प्रशासनिक अधिकारियों ने आचार संहिता के अनुपालन के तहत कार्रवाई करने की बात कही। काफी देर तक आरोप प्रत्यारोप लगने के बाद भी कोई निर्णय नहीं हो पाने पर व्यापारी वहीं जमीन पर बैठ गए। करीब डेढ़ घंटे तक धरना पर बैठे व्यापारियों ने पुलिस व उड़नदस्ते पर आरोपों की झड़ी लगा दी। इस बीच प्रशासनिक अधिकारी उनके सामने सही जबाव देने में असमर्थ से नजर आए।

नहीं रोकी जा रही विधायक, एमपी की गाड़ी

व्यापारियों का कहना था कि वाहन चेकिंग के दौरान विधायक, एमपी की गाड़ी नहीं रोकी जाती। जबकि व्यापारियों की गाड़ी को रोककर चेकिंग की जाती है। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष किशोर गुप्ता व वरिष्ठ महामंत्री इं.अनुज गुप्ता ने कहा कि नेताओं को नहीं रोकते, वह पांच-पांच करोड़ रुपया खर्च करते। अभी तक किसी नेता का नाम नहीं आया। व्यापारियों को पचास हजार रुपये ले जाने पर ही पकड़ लिया जाता है। जबकि वह वसूली करके लाते है। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में कांस्टेबल ही पैसा इधर-उधर करते है। नेताओं को पकड़े व्यापारियों को परेशान नहीं करें। जमीनी स्तर पर ही नियमों को पालन नहीं किया जा रहा है। जिस पर डीएम ने आचार संहिता के नियमों पुस्तक व्यापारियों को देते हुए कहा कि इसमें सभी से समान आचार संहिता का पालन कराने को कहा गया है।

आदेश नहीं दिखा पाए कोषाधिकारी

डीएम कार्यालय में धरने पर बैठे उद्योग व्यापार मंडल मिश्रा गुट के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह दुआ व नगरअध्यक्ष सुनील गुप्ता ने चुनाव आचार संहिता की गाइड लान की वह कापी मांगी जिसमें व्यापारियों की तलाशी व उनसे मिले रुपये सीज करने का उल्लेख किया गया है। वरिष्ठ कोषाधिकारी विशंभर बाबू काफी देर तक आचार संहिता की पुस्तक को पलटते रहे। उनके पास केवल अभ्यर्थी, उसके समर्थक व राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों पर आचार संहिता का पालन कराने का उल्लेख था। जिसे आईआईए के प्रांतीय उपाध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने उसे पढ़कर सुनाया। जिस पर एसपी केबी सिंह ने शाम तक आदेश की प्रति उपलब्ध करा देने का आश्वासन दिया।

वीडियोग्राफी कराने के हैं निर्देश

डीएम रामगणेश ने कहा कि उड़नदस्ते में अधिकारियों को लगाया गया, जिनके साथ में पुलिस भी रहती है। चेकिंग के दौरान बड़ी मात्रा में धनराशि मिलने पर वीडियोग्राफी कराने के निर्देश हैं। उड़नदस्ता टीम गाड़ी चेक करते समय वीडियोग्राफी करेगी। 50 हजार से अधिक धनराशि मिलने पर सीज कर दिया जाएगा और एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। जिस पर व्यापारियों ने वीडियोग्राफी होने से साफ इंकार किया।

कई मामले आए सामने

व्यापारियों के पुलिस व उड़नदस्ते पर व्यापारियों का उत्पीड़न करने का आरोप लगाने पर डीएम व एसपी सबूत मांगे तब आईआए प्रांतीय उपाध्यक्ष अशोक अग्रवाल ने बताया कि उनकी पत्नी 14 जनवरी को गाड़ी से घर आ रहीं थीं। तभी बंथरा में उनकी गाड़ी को रोक लिया गया। अकेली महिला होने के बाद भी पुलिस ने गाड़ी को चेक करना शुरू कर दिया। आधे घंटे तक अटैची, फल व मिठाई के डिब्बे तक चेक किए गए। राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष किशोर गुप्ता ने मदनापुर के व्यापारी प्रमोद गुप्ता के एक लाख 37 हजार रुपये चेकिंग के दौरान पुलिस ने ले लिए। सबूत दिखाने के बाद भी उनके रुपये वापस नहीं किए गए। इसी तरह अजीजगंज में व्यापारी अखिलेश गुप्ता व पुवायां के व्यापारी का उत्पीड़न किया गया। चौकी इंचार्ज को हटाने की मांगी गई। डीएम व एसपी ने ऐसे मामलों की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया।

100 डायल कर रही अच्छा काम

व्यापारियों के 100 डायल पर सवाल उठाने पर एसपी केबी सिंह ने कहा कि 100 डायल अच्छा का काम कर रही है। उसकी अच्छाई नहीं दिखाई देती। अगर कोई गलती कर रहा है तो गाड़ी नंबर सहित शिकायत करें। उन्होंने आश्वासन दिया शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।

शस्त्र जमा कराने से मिले राहत

राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन ने एसपी को प्रार्थना पत्र देकर आदर्श आचार संहिता के दौरान व्यापारियों के शस्त्र जमा कराने में राहत देने की मांग की है। जिस पर एसपी केबी सिंह ने कहा कि सुरक्षा को ध्यान में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी कारण से खतरा होने पर असलाह नहीं जमा कराना चाहते तो आधार के साथ थानाध्यक्ष को प्रार्थना पत्र दें। जिस पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा। अभी तक 700 से 800 लोगों राहत दी गई है।

धरने में ये लोग रहे शामिल

आईआईए के प्रांतीय उपाध्यक्ष अशोक अग्रवाल के साथ हरिकिशोर गुप्ता, विवेक अग्रवाल, अभिनव ओमर, मुकेश अग्रवाल, रामचंद्र सिंघल, रामगोपाल अग्रवाल, राष्ट्रीय जन उद्योग व्यापार संगठन के जिलाध्यक्ष किशोर गुप्ता, जिला महामंत्री अनुज गुप्ता, युवा जिलाध्यक्ष रोहित गुप्ता, प्रसून गुपता, पुनीत रस्तोगी, उद्योग व्यापार मंडल मिश्रा गुट के जिलाध्यक्ष कुलदीप सिंह दुआ, नगराध्यक्ष सुनील गुप्ता, नाजिम खान, नीरज गुप्ता, नबी अहमद, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सतीश सराफा, देवेश गुप्ता, कमल किशोर, राजा रस्तोगी, सगीर अहमद, अनवार खां, आदर्श व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष पंकज वर्मा सराफ, रमेश चंद्र शुक्ला, शकील अहमद, जितेंद्र शुक्ला, आशीष वर्मा आदि मौजूद रहे।

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